4 Jul 2025, Fri

Dehradun : गरीब, अनाथ और असहाय बच्चों के लिए डीएम ने शुरू की पहल, शिक्षा से सशक्त होंगे हजारों

देहरादून : जिलाधिकारी सविन बंसल ने गरीब, अनाथ और असहाय बालिकाओं के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य इन बालिकाओं को न्यूनतम स्नातक स्तर तक शिक्षित करना और उन्हें कौशल शिक्षा प्रदान कर स्वावलंबी बनाना है। यह कदम विशेष रूप से उन बालिकाओं के लिए है जो विषम परिस्थितियों में जीवन यापन कर रही हैं और शिक्षा प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रही हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से जुड़ा कार्यक्रम

जिलाधिकारी ने हाल ही में जिला टास्क फोर्स की बैठक में बताया कि इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं को स्नातक स्तर तक शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण देने के साथ-साथ रोजगार से जोड़ा जाएगा। बैठक में यह भी तय किया गया कि बालिकाओं के चयन के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों, बहुद्देशीय शिविरों, और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सर्वे किया जाएगा।

प्राप्त प्रार्थना पत्रों का सत्यापन और चयन प्रक्रिया

बालिकाओं का चयन संबंधित अधिकारियों के माध्यम से प्राप्त प्रार्थना पत्रों और सत्यापन प्रक्रिया के बाद किया जाएगा। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि केवल योग्य बालिकाएं ही इस योजना का लाभ उठा सकें। इन बालिकाओं को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जो उनके विद्यालयों के बैंक खातों में ऑनलाइन माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी।

आर्थिक सहायता और आवश्यक दस्तावेज़

चयनित बालिकाओं को शिक्षा शुल्क, पुस्तकें, ड्रेस और अन्य आवश्यक खर्च के लिए धनराशि दी जाएगी। यह राशि सीधे ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी। बालिका का पुनः प्रवेश भी संबंधित क्षेत्र की सुपरवाइजर द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा और यह प्रमाणपत्र बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजा जाएगा।

सभी खर्च बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से होंगे कवर

समस्त व्यय बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत निर्धारित बजट और सीएसआर के माध्यम से किया जाएगा, जिससे योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके और अधिक से अधिक बालिकाओं को इसका लाभ मिले।

By Ganga

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