19 May 2025, Mon

Uttarakhand Roadways : उत्तराखंड रोडवेज में आएगा बड़ा बदलाव, जीपीएस और सीसीटीवी से लैस होंगी रोडवेज बसें

देहरादून : उत्तराखंड रोडवेज की बसों में अब जल्द ही एक नई तकनीकी क्रांति देखने को मिलेगी। परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक (एमडी) रीना जोशी ने हाल ही में बताया कि सभी बसों में जीपीएस डिवाइस और ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

उनका कहना है कि इस कदम से न सिर्फ बसों की निगरानी आसान होगी, बल्कि यात्रियों की शिकायतों में भी कमी आएगी। क्या आपने कभी सोचा कि एक कंट्रोल रूम से सारी बसों पर नजर रखना कितना सुविधाजनक हो सकता है? अब यह सपना हकीकत में बदलने वाला है।

रीना जोशी ने मीडिया से बातचीत में खुलासा किया कि जीपीएस सिस्टम की मदद से बसों को एक केंद्रीय कंट्रोल रूम से ट्रैक किया जा सकेगा। इससे यह पता लगाना आसान होगा कि कोई बस अपने निर्धारित मार्ग से भटक तो नहीं रही। साथ ही, बसों का माइलेज भी सटीक तरीके से रिकॉर्ड हो सकेगा।

दूसरी ओर, ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरे भी कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इसका मतलब है कि बस के अंदर की हर गतिविधि पर लाइव नजर रखी जा सकेगी। जोशी का मानना है कि इससे ड्राइवर और कंडक्टर की जवाबदेही बढ़ेगी, और सवारियों के साथ अभद्रता जैसी घटनाएं कम होंगी।

हालांकि, अभी तक कुछ बसों में सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं, लेकिन उनकी फुटेज लाइव देखने की सुविधा नहीं है। किसी घटना की जांच के लिए हार्ड डिस्क से पुरानी रिकॉर्डिंग निकालनी पड़ती है, जो समय लेने वाली प्रक्रिया है। लेकिन नई व्यवस्था लागू होने के बाद यह सब रियल टाइम में संभव हो सकेगा।

रीना जोशी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को तेजी से लागू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। सबसे पहले उन कंपनियों से संपर्क किया जाएगा, जो जीपीएस और ऑनलाइन कैमरे की सुविधा दे सकें। इसके लिए जल्द ही आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) मंगवाए जाएंगे।

यह बदलाव न सिर्फ तकनीकी सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यात्रियों के लिए भी राहत की सांस लेकर आएगा। सवाल यह है कि क्या यह तकनीक रोडवेज की पुरानी समस्याओं जैसे देरी और अनुशासनहीनता को पूरी तरह खत्म कर पाएगी? इसका जवाब तो आने वाला वक्त ही देगा, लेकिन इतना तय है कि परिवहन निगम इस दिशा में गंभीरता से काम कर रहा है।

By Ganga

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