Uttarakhand Weather Alert : उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा आज से शुरू हो रही है। यमुनोत्री और गंगोत्री धामों के कपाट आज खुल रहे हैं, लेकिन मौसम भी इस पवित्र यात्रा के स्वागत के लिए अपनी रंगत दिखाने को तैयार है। क्या आप यात्रा की योजना बना रहे हैं? अगर हां, तो मौसम विभाग की ताजा चेतावनी पर ध्यान देना जरूरी है। आज पांच जिलों में बारिश, गरज-चमक और आंधी-तूफान का अनुमान है, और अगले कुछ दिन पूरे राज्य में बारिश का दौर रहेगा।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को गढ़वाल मंडल के पौड़ी गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल में बारिश होगी। इन इलाकों में बादल गरजेंगे, बिजली चमकेगी और तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान की आशंका है। स्थानीय लोगों और यात्रियों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। क्या मौसम की यह बेरुखी यात्रा की शुरुआत को प्रभावित करेगी? यह तो समय बताएगा, लेकिन सावधानी ही बेहतर है।
गुरुवार से पूरे उत्तराखंड में बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने 1 मई से 5 मई तक पूरे उत्तराखंड में बारिश का अनुमान जताया है। राज्य के सभी 13 जिलों में बारिश होगी, और 5 मई को यह अपने चरम पर होगी। इस दिन 11 जिलों में कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है, जबकि दो जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। यात्रियों और स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी रखें और यात्रा के दौरान जरूरी इंतजाम करें।
चारधाम में कड़ाके की ठंड
चारधाम यात्रा की शुरुआत के साथ तापमान की बात करें तो सभी धामों में ठंड का माहौल है। यमुनोत्री धाम में अधिकतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम -4 डिग्री सेल्सियस है। गंगोत्री में अधिकतम 11 डिग्री और न्यूनतम 0 डिग्री सेल्सियस तापमान है। केदारनाथ, जहां कपाट 2 मई को खुलेंगे, वहां अधिकतम 7 डिग्री और न्यूनतम -3 डिग्री सेल्सियस है। सबसे ठंडा बदरीनाथ धाम है, जहां 4 मई को कपाट खुलेंगे। यहां अधिकतम तापमान 4 डिग्री और न्यूनतम -4 डिग्री सेल्सियस है। यात्रियों को गर्म कपड़े और ठंड से बचाव के उपाय साथ रखने की सलाह दी गई है।
यात्रियों के लिए सावधानियां
चारधाम यात्रा के लिए उत्साहित हैं? मौसम की मार से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें। बारिश और ठंड को देखते हुए जलरोधक कपड़े, छाता और गर्म कपड़े साथ रखें। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और सड़क बंद होने की आशंका रहती है, इसलिए यात्रा से पहले मौसम और सड़क की स्थिति की जानकारी ले लें। क्या यह मौसम यात्रा की रौनक को फीका कर देगा? नहीं, अगर आप तैयार रहेंगे तो यह यात्रा और भी यादगार बन सकती है।
उत्तराखंड की खूबसूरती के साथ चुनौतियां
उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व हर साल लाखों श्रद्धालुओं को खींच लाता है। लेकिन मौसम की अनिश्चितता इस खूबसूरती के साथ एक चुनौती भी लेकर आती है। मौसम विभाग की सटीक भविष्यवाणी और प्रशासन की तैयारियां यात्रियों के लिए राहत की बात हैं। फिर भी, यह जरूरी है कि हम प्रकृति के मिजाज को समझें और उसका सम्मान करें।