देहरादून की खूबसूरत वादियों में एक युवक का शराब और सोशल मीडिया रील्स का जुनून उसे जेल की सलाखों तक ले गया। मसूरी रोड पर बेस्ट ग्रीन वैली सोसाइटी के पास एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति गाड़ी से उतरकर हाथ में पिस्टल लहराते हुए दबंगई दिखा रहा था। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया, जिसके बाद देहरादून पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी देहरादून) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना राजपुर के थानाध्यक्ष को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। आश्चर्य की बात यह है कि जिस पिस्टल को असली समझा जा रहा था, वह महज एक खिलौना पिस्टल (Toy Gun) निकली।
पुलिस ने इस मामले में बिना किसी शिकायत के स्वतः संज्ञान लिया और वायरल वीडियो के आधार पर थाना राजपुर में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा संख्या 90/25 के तहत धारा 30 आर्म्स एक्ट (Arms Act) के अंतर्गत मामला दर्ज किया। जांच के दौरान पुलिस ने बेस्ट ग्रीन वैली सोसाइटी के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
इन फुटेज से वाहन का नंबर ट्रेस किया गया, जिसके मालिक से पूछताछ में आरोपी की पहचान रौनक पुत्र मांगेराम, निवासी पनियाला, रूडकी, हरिद्वार के रूप में हुई। रौनक की उ ट्वीट्स की तलाश में पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर उसे राजपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से वही टॉय गन बरामद की गई, जिसे उसने वीडियो में लहराया था।
पूछताछ में रौनक ने बताया कि उसने शराब के नशे में सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए यह हरकत की थी। उसका मकसद रील बनाकर सोशल मीडिया पर फेमस होना था, लेकिन उसकी यह हरकत उसे महंगी पड़ गई। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए वाहन को मोटर व्हीकल एक्ट (MV Act) के तहत सीज कर दिया है।
देहरादून पुलिस ने इस मामले में अपनी तत्परता दिखाते हुए न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार किया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि ऐसी घटनाओं से समाज में गलत संदेश न जाए। इस मामले की जांच अभी भी जारी है, और पुलिस अन्य संभावित पहलुओं पर भी नजर रख रही है।
यह घटना न केवल सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि शराब के नशे में की गई हरकतें कितनी खतरनाक हो सकती हैं। देहरादून पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने स्थानीय लोगों में विश्वास पैदा किया है। बेस्ट ग्रीन वैली सोसाइटी के निवासियों ने भी पुलिस के इस कदम की सराहना की है। यह मामला युवाओं के लिए एक सबक है कि सोशल मीडिया पर फेम पाने की चाह में कानून को हाथ में लेना भारी पड़ सकता है।