देहरादून शहर में खाने-पीने की चीज़ों और घरेलू सामान की डिलीवरी करने वाले डिलीवरी बॉयज़ की गतिविधियों पर अब देहरादून पुलिस की पैनी नज़र है। Senior Superintendent of Police (SSP) Dehradun के निर्देशों पर हाल ही में एक व्यापक सत्यापन अभियान चलाया गया, जिसका उद्देश्य शहर में डिलीवरी बॉयज़ की गतिविधियों को नियंत्रित करना और संदिग्ध गतिविधियों पर लगाम लगाना था।
यह अभियान 13 मई 2025 को पूरे जनपद में चलाया गया, जिसमें पुलिस ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। इस अभियान ने न केवल डिलीवरी बॉयज़ के सत्यापन की प्रक्रिया को मज़बूत किया, बल्कि यातायात नियमों और सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वालों को भी सबक सिखाया।
पुलिस की इस पहल की शुरुआत तब हुई, जब SSP Dehradun को शहर में डिलीवरी बॉयज़ के संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की शिकायतें मिलीं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, SSP ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में डिलीवरी बॉयज़ का सत्यापन करने के सख्त निर्देश दिए। अभियान के दौरान, Dehradun Police की अलग-अलग टीमें शहर के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हुईं। उन्होंने Food Delivery और घरेलू सामान की डिलीवरी करने वाले लोगों के दस्तावेज़ों की जाँच की और उन्हें रात के समय तय समय-सीमा तक ही डिलीवरी करने की हिदायत दी।
साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि में शामिल न होने की चेतावनी भी दी गई।इस अभियान का परिणाम चौंकाने वाला रहा। पुलिस ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 165 डिलीवरी बॉयज़ के खिलाफ Motor Vehicles Act के तहत चालान किए। इनमें से 48 चालान माननीय न्यायालय को भेजे गए, जबकि 47 चालानों पर 25,500 रुपये का संयोजन शुल्क वसूला गया।
इसके अलावा, 65 वाहनों को यातायात नियमों का उल्लंघन करने और 5 वाहनों को Drunk and Drive के मामले में सीज़ किया गया। सत्यापन प्रक्रिया को नज़रअंदाज़ करने वाले 14 डिलीवरी बॉयज़ पर Police Act के तहत 83 चालान किए गए, जिनसे 1,40,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया। वहीं, 40 अन्य डिलीवरी बॉयज़ के खिलाफ 81 Police Act चालान किए गए, जिनसे 10,000 रुपये का जुर्माना लिया गया।
यह अभियान न केवल नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए था, बल्कि शहरवासियों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता देता है। देहरादून पुलिस ने डिलीवरी बॉयज़ को साफ़ शब्दों में कहा कि रात के समय अनावश्यक रूप से घूमना या संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अभियान ने शहर में डिलीवरी सेवाओं से जुड़े लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश भी दिया है कि नियमों का पालन करना उनकी ज़िम्मेदारी है। देहरादून पुलिस का यह कदम न केवल शहर की सुरक्षा को मज़बूत करता है, बल्कि नागरिकों के बीच विश्वास भी बढ़ाता है।