19 May 2025, Mon

Dehradun News : 4.5 लाख की स्मैक के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, गिरफ्त में आए तस्करों ने खोले रैकेट के राज!

Dehradun News : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम ने एक बार फिर रंग दिखाया है। माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” के सपने को साकार करने के लिए दून पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है।

इसी कड़ी में थाना नेहरू कॉलोनी पुलिस ने 18 मई 2025 की रात एक बड़ी सफलता हासिल की, जब दो युवकों को 14.85 ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। इस स्मैक की अनुमानित कीमत लगभग साढ़े चार लाख रुपये बताई जा रही है। यह कार्रवाई न केवल नशा तस्करी के खिलाफ एक मजबूत कदम है, बल्कि युवाओं को नशे की लत से बचाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

मुखबिर की सूचना ने खोला राज

दून पुलिस की इस कार्रवाई की शुरुआत एक मुखबिर की सूचना से हुई। जानकारी मिली थी कि शीतला विहार मोबाइल टावर के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। इसके आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी की पुलिस टीम, जिसका नेतृत्व उप-निरीक्षक प्रवीण पुण्डीर (Sub-Inspector Praveen Pundir) कर रहे थे, ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। रात के समय की गई चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो युवकों, अविनाश राठौर (Avinash Rathore) और प्रशांत भारद्वाज (Prashant Bhardwaj), दोनों 22 वर्षीय, को पकड़ा। उनके कब्जे से 14.85 ग्राम स्मैक बरामद हुई, जिसे वे ऊंचे दामों पर बेचने की फिराक में थे। दोनों अभियुक्त देहरादून के रेसकोर्स इलाके के सी ब्लॉक के निवासी हैं।

नशे की लत और मुनाफे की चाहत

पूछताछ में दोनों अभियुक्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने बताया कि वे स्वयं नशे के आदी हैं और यह स्मैक उन्होंने एक स्थानीय नशा तस्कर से खरीदी थी। उनका इरादा इसे महंगे दामों में बेचकर मोटा मुनाफा कमाना था। इतना ही नहीं, पुलिस को यह भी पता चला कि दोनों का आपराधिक इतिहास रहा है और वे पहले भी जेल जा चुके हैं। पुलिस अब उनके द्वारा बताए गए स्थानीय तस्कर की तलाश में जुट गई है, ताकि नशे के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।

ड्रग्स फ्री उत्तराखंड का सपना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) का विजन “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” न केवल एक नारा है, बल्कि उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने की एक ठोस प्रतिबद्धता है। इसके तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून (Senior Superintendent of Police Dehradun) ने सभी थानों को नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। थाना नेहरू कॉलोनी की इस कार्रवाई को इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) की धारा 8/21/29 के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है।

युवाओं के लिए सबक

यह घटना न केवल नशा तस्करी की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि युवाओं के लिए एक चेतावनी भी है। नशे की लत न केवल उनकी जिंदगी को बर्बाद कर सकती है, बल्कि उन्हें अपराध की दुनिया में भी धकेल सकती है। दून पुलिस की यह कार्रवाई समाज को यह संदेश देती है कि नशे के खिलाफ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस की इस सक्रियता की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी।

पुलिस टीम की मेहनत

इस सफल कार्रवाई के पीछे थाना नेहरू कॉलोनी की पुलिस टीम की कड़ी मेहनत और सतर्कता थी। उप-संनिरीक्षक प्रवीण पुण्डीर (Sub-Inspector Praveen Pundir) के नेतृत्व में बृजमोहन रावत (Brijmohan Rawat), श्रीकांत ध्यानी (Shrikant Dhyani), अर्जुन सिंह (Arjun Singh), संदीप छबाड़ी (Sandeep Chhabadi), विक्रम बंगारी (Vikram Bangari), और बृजमोहन कनवासी (Brijmohan Kanwasi) ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। उनकी त्वरित कार्रवाई ने नशा तस्करी के एक और नेटवर्क को ध्वस्त करने में मदद की।

देहरादून पुलिस की यह कार्रवाई नशे के खिलाफ चल रही जंग में एक और जीत है। उम्मीद है कि “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” का सपना जल्द ही हकीकत में बदलेगा, और उत्तराखंड की युवा पीढ़ी नशे की चपेट से मुक्त होकर एक उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ेगी।

By Ganga

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