उत्तराखंड के पवित्र तीर्थ स्थल Kedarnath और Tungnath के बेस कैंप Chopta में हाल ही में हुए विवादों ने तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के बीच हलचल मचा दी है। Kedarnath में एक चार्टर्ड हेलिकॉप्टर कंपनी के कर्मचारी और पुलिस जवानों के बीच तीखी नोंकझोंक की घटना ने सुर्खियां बटोरीं, वहीं Chopta में घोड़ा-खच्चर संचालकों के बीच हिंसक झड़प ने एक जानवर को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
इन दोनों घटनाओं ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू की है। आइए, इन घटनाओं पर विस्तार से नजर डालते हैं।
केदारनाथ में पुलिस और हेलिकॉप्टर कर्मचारी के बीच तनाव
Kedarnath में बुधवार को VIP दर्शन के लिए मंदिर परिसर में मौजूद तीर्थयात्रियों और ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों के बीच तीखी बहस छिड़ गई। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में चार्टर्ड हेलिकॉप्टर कंपनी की कर्मचारी Akshit Negi ने आरोप लगाया कि पुलिस जवानों ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें चौकी ले जाकर अभद्र व्यवहार किया।
तीर्थपुरोहित Santosh Trivedi ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए, दावा किया कि पुलिस ने एक युवक के साथ मारपीट की। इस घटना ने स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों में आक्रोश पैदा कर दिया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए Superintendent of Police Akshay Prahlad Konde ने तुरंत जांच के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोनों पक्षों को चोटें आने की बात सामने आई है। मंदिर परिसर और आसपास लगे CCTV Footage की जांच की जा रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।
SP Konde ने आश्वासन दिया कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह घटना Kedarnath जैसे पवित्र स्थल पर व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है।
चोपता में घोड़ा-खच्चर विवाद: ग्रामीणों में तनातनी
दूसरी ओर, तृतीय केदार Tungnath के बेस कैंप Chopta में घोड़ा-खच्चर संचालकों के बीच हिंसक झड़प ने स्थानीय माहौल को गर्म कर दिया। Makku और Ushada गांव के ग्रामीणों के बीच हुए इस विवाद में एक घोड़े को गंभीर चोटें आईं। Ushada ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान Kunwar Singh Bajwal ने बताया कि Chopta और Dugalbita क्षेत्र उनके हक-हकूक का हिस्सा है।
उन्होंने दावा किया कि Forest Department के साथ हुई सहमति के बावजूद Makku के ग्रामीणों ने उनके घोड़ा-खच्चरों पर लाठी-डंडों से हमला किया और उन्हें भगा दिया।
वहीं, Chopta Horse-Mule Union के अध्यक्ष Dilwar Singh Negi ने कहा कि अप्रैल में Forest Department के साथ हुई बैठक में Ushada के ग्रामीण शामिल नहीं थे। अब यात्रा के बीच में वे व्यवधान पैदा कर रहे हैं। दोनों पक्षों ने पुलिस चौकी में एक-दूसरे के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज की है।
Police Outpost In-Charge Satish Shah ने बताया कि मामले की जांच शुरू हो चुकी है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह विवाद स्थानीय ग्रामीणों के बीच हक-हकूक और आजीविका को लेकर गहरे मतभेदों को उजागर करता है।