Dehradun News : उत्तराखंड में खाद्य प्रतिष्ठानों की पहचान को सार्वजनिक करने के मुद्दे पर सियासत गर्म है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा और धार्मिक भावनाओं से जुड़े इस मामले में कांग्रेस की टिप्पणियां न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि यह उनकी तुष्टिकरण की राजनीति को भी उजागर करती हैं। चौहान ने कांग्रेस से इस तरह की संकीर्ण सोच को छोड़ने और जनहित में सहयोग करने की अपील की।
खाद्य सुरक्षा और धार्मिक भावनाओं का सवाल
चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाद्य प्रतिष्ठानों और उनके संचालकों की पहचान सार्वजनिक करने से कोई नुकसान नहीं है। यह कदम न केवल खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित करता है, बल्कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का भी सम्मान करता है।
उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कांग्रेस को इस पारदर्शिता से क्या परेशानी है? चौहान ने कहा, “यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का चरम है, जो बार-बार एक खास समुदाय के पक्ष में खड़े होने की कोशिश करती है।”
धामी सरकार का सख्त रुख
उत्तराखंड की धामी सरकार खाद्य सुरक्षा को लेकर गंभीर है। चौहान ने बताया कि सरकार ने गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं। इसके बावजूद, कांग्रेस इस तरह के प्रयासों का विरोध करती रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसे मुद्दों पर सख्त कानून बनाए हैं, जिनका जनता ने स्वागत किया है।
लेकिन कांग्रेस का रवैया हमेशा एक समुदाय विशेष की पैरवी करने वाला रहा है, जो बहुसंख्यक सनातनी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
सबका साथ, सबका विश्वास
चौहान ने जोर देकर कहा कि भाजपा “सबका साथ, सबका विश्वास” के सिद्धांत पर चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस तरह की राजनीति से राज्य में समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता इसका करारा जवाब देगी।
चौहान ने कांग्रेस से अपनी मानसिकता बदलने और जनहित में रचनात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “राज्य की जनता सुरक्षित भोजन और अपनी धार्मिक भावनाओं का सम्मान चाहती है, और सरकार इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है।”