Dehradun News : देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। इस गंभीर मामले में देहरादून पुलिस ने त्वरित और संवेदनशील कदम उठाते हुए जांच शुरू कर दी है।
6 जुलाई 2025 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने स्वयं मृतका के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मुलाकात कोरोनेशन अस्पताल में हुई, जहां परिजनों ने अपनी पीड़ा और सवाल साझा किए। पुलिस का यह कदम न केवल मामले की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि समाज में विश्वास बहाली की दिशा में भी एक सकारात्मक संदेश देता है।
विशेष जांच दल का गठन
इस घटना की गहराई से जांच के लिए एसएसपी देहरादून के निर्देश पर एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है। इस दल का नेतृत्व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश कर रहे हैं, और इसकी निगरानी पुलिस अधीक्षक (एसपी) ऋषिकेश कर रहे हैं। इस टीम में स्थानीय पुलिस, AHTU (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट), SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप), और फील्ड यूनिट के प्रभारी शामिल हैं।
यह दल न केवल घटना के सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करेगा, बल्कि भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण भी करेगा। इसके अतिरिक्त, घटना के समय मौजूद अन्य बच्चियों से स्वतंत्र काउंसलर के माध्यम से बातचीत की जाएगी ताकि उनकी गवाही और जानकारी को सावधानीपूर्वक दर्ज किया जा सके।
फॉरेंसिक और पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया
पुलिस ने घटनास्थल को सील कर फॉरेंसिक टीम को बुलाया, जिसने घटनास्थल की विस्तृत जांच की। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के जरिए साक्ष्य जुटाए गए हैं। मृतका के शव का पोस्टमॉर्टम एक विशेषज्ञ डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया, जिसमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल थीं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतका के साथ किसी तरह का सेक्सुअल असॉल्ट या शारीरिक चोट के निशान नहीं पाए गए।
हालांकि, अंतिम निष्कर्ष के लिए पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
कानून व्यवस्था पर नजर
इस मामले में पुलिस ने उन लोगों को भी चिन्हित किया है जो अफवाहें फैलाकर या गलत जानकारी देकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों के खिलाफ भी जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी। डोईवाला कोतवाली में परिजनों की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कोर्ट में इस मामले की प्रभावी पैरवी की जाएगी ताकि दोषियों को सजा मिले और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।