Uttarkashi Rain Disaster : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हाल ही में हुई भारी बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। यमुनोत्री हाइवे पर सिलाई बैंड, ओजारी और स्यानाचट्टी जैसे क्षेत्रों में अतिवृष्टि ने सड़कों, फसलों और लोगों की जिंदगियों को गहरी चोट पहुंचाई है। इस आपदा की गंभीरता को समझने और स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ हवाई सर्वेक्षण किया।
उत्तरकाशी जनपद के अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर आपदा की स्थिति का जायजा लिया। प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का आकलन करते हुए राहत और बचाव कार्यों की पुनः समीक्षा की जाएगी। राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है। pic.twitter.com/JwMKP9LEVr
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 6, 2025
इस दौरान उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का बारीकी से अवलोकन किया और अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी।
उत्तरकाशी में बीते दिनों लगातार बारिश ने कहर बरपाया। सिलाई बैंड में भूस्खलन की चपेट में मजदूरों का एक कैंप आ गया, जिसमें 20 मजदूर तो सुरक्षित बच गए, लेकिन 9 लोग बह गए। इनमें से दो के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि सात अभी भी लापता हैं। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर चट्टान गिरने और भूस्खलन की घटनाओं में कुछ तीर्थयात्रियों की जान चली गई।
जखोल, पांव और सुनकुड़ी जैसे गांवों में भी बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया। सड़कों के वॉशआउट होने से आवागमन ठप हो गया, वहीं सेब की फसलें भी तबाह हो गईं, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ।
हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों की दोबारा समीक्षा की जाएगी ताकि कोई कमी न रहे। उन्होंने अधिकारियों को नुकसान का तत्काल आकलन करने और प्रभावित लोगों तक समय पर मदद पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
राज्य सरकार ने राहत कार्यों में तेजी लाने का वादा किया है ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके। सीएम ने यह भी भरोसा दिलाया कि आपदा की इस घड़ी में सरकार हर कदम पर प्रभावित लोगों के साथ है।
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि नुकसान के आकलन के बाद तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सरकार प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को जल्द से जल्द बहाल करने और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। राहत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए शासन और प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है।
उत्तराखंड सरकार की कोशिश है कि इस आपदा से प्रभावित हर व्यक्ति को समय पर सहायता और समर्थन मिले।