Fake Babas Exposed in Dehradun : उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ढोंगी बाबाओं के खिलाफ पुलिस का अभियान जोरों पर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों के बाद शुरू हुए “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत दून पुलिस ने साधु-संतों के भेष में लोगों को ठगने वालों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है।
इस अभियान के दूसरे दिन शनिवार, 12 जुलाई 2025 को पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 23 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जो साधु-संतों का भेष धारण कर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून अजय सिंह ने साफ कहा है कि लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ छल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे लोगों पर नजर रखने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ये लोग अक्सर महिलाओं और युवाओं को निशाना बनाते हैं, उनकी निजी या पारिवारिक समस्याओं का हल निकालने का लालच देकर ठगी करते हैं।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को पुलिस ने देहरादून के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर 23 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से कई लोग उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से हैं। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में 58 वर्षीय सरदारों (मद्रासी कॉलोनी, देहरादून), 38 वर्षीय लखनपाल सिंह (गोविंदगढ़, देहरादून), 44 वर्षीय मनोज कुमार जोशी (बिजनौर, उत्तर प्रदेश), और 31 वर्षीय गुलशन नाथ (सिरसा, हरियाणा) जैसे लोग शामिल हैं।
ये सभी साधु-संतों के भेष में लोगों को ठगने की गतिविधियों में लिप्त थे।
पुलिस ने बताया कि ये लोग अक्सर मंदिरों, सड़कों और बाजारों में लोगों को ज्योतिष, तंत्र-मंत्र और चमत्कारी समाधान का लालच देकर उनके साथ धोखाधड़ी करते थे। कुछ मामलों में, ये लोग महिलाओं और युवाओं को वशीकरण जैसे दावों के जरिए अपने जाल में फंसाते थे।
“ऑपरेशन कालनेमि” के तहत पुलिस अब लगातार ऐसे लोगों की पहचान कर रही है, जो धर्म की आड़ में ठगी का धंधा चला रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि देवभूमि उत्तराखंड में लोगों की आस्था और विश्वास की रक्षा हो सके।