25 Jul 2025, Fri

Delhi Missing Persons Report : दिल्ली से गायब हुए 8000 लोग, नहीं मिला किसी का कोई नामो निशान

Delhi Missing Persons Report : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले छह महीनों में एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। जनवरी 2025 से 23 जुलाई 2025 तक दिल्ली से करीब 8,000 लोग गायब हो गए। न पुलिस को इनका कोई सुराग मिला है और न ही आम लोगों को इसकी भनक है। जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क (जिपनेट) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें 4,753 महिलाएं और 3,133 पुरुष शामिल हैं।

इसके साथ ही इस दौरान 1,486 अज्ञात शव भी बरामद हुए, जिनमें से ज्यादातर पुरुषों के थे। यह आंकड़ा दिल्ली के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करता है कि आखिर इतने लोग कहां गायब हो रहे हैं?

सबसे ज्यादा मामले बाहरी उत्तरी दिल्ली में

जिपनेट की रिपोर्ट बताती है कि गुमशुदगी के मामलों में बाहरी उत्तरी दिल्ली जिला सबसे आगे है। यहां बवाना, स्वरूप नगर और समयपुर बादली जैसे इलाकों में 908 लोग लापता हुए। इसके बाद उत्तर पूर्वी जिले में 730, दक्षिण पश्चिम में 717 और दक्षिण पूर्व जिले में 689 मामले दर्ज हुए।

दूसरी ओर, नई दिल्ली जिले में सबसे कम 85 लोग गायब हुए। द्वारका में 644, उत्तर पश्चिम में 636, पूर्वी जिले में 577 और रोहिणी में 452 मामले सामने आए। मध्य जिले में 363, उत्तर जिले में 348, दक्षिण जिले में 215 और शाहदरा में 201 लोग अब भी लापता हैं।

अज्ञात शवों का आंकड़ा भी चौंकाने वाला

इसी अवधि में दिल्ली में 1,486 अज्ञात शव बरामद हुए, जिनमें सबसे ज्यादा 352 शव उत्तरी जिले से मिले। कोतवाली, सब्जी मंडी और सिविल लाइंस जैसे इलाकों में ये शव पाए गए। मध्य जिले में 113, उत्तर पश्चिम में 93, दक्षिण पूर्व में 83 और उत्तर पूर्व व दक्षिण पश्चिम में 73-73 शव मिले। बाहरी जिले में 65, पूर्वी और नई दिल्ली में 55-55, पश्चिम और बाहरी उत्तर में 54-54, रोहिणी में 44, शाहदरा में 42, द्वारका में 35, दक्षिण में 26 और रेलवे क्षेत्र में 23 अज्ञात शव बरामद हुए। इनमें से किसी की भी पहचान नहीं हो सकी।

क्या है जिपनेट?

जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क यानी जिपनेट एक ऐसा डेटाबेस है, जिसका इस्तेमाल पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियां लापता लोगों और अज्ञात शवों को ट्रैक करने के लिए करती हैं। यह सिस्टम कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डेटा को एक जगह इकट्ठा करता है, ताकि गुमशुदगी और अज्ञात शवों के मामलों को सुलझाने में मदद मिल सके।

आखिर क्या है वजह?

दिल्ली जैसे महानगर में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के गायब होने और अज्ञात शवों के मिलने ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह मानव तस्करी, अपराध या सामाजिक कारणों का नतीजा है? पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। फिलहाल, इन आंकड़ों ने दिल्लीवासियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

By Ganga

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