Eye Flu Symptoms : जैसे ही बारिश की पहली बूँदें गिरती हैं, नमी के साथ तरह-तरह के बैक्टीरिया और वायरस भी एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे मौसम में थोड़ी सी लापरवाही बच्चों को बीमार बना सकती है।
स्कूल जाने वाले बच्चों में तो इंफेक्शन का खतरा और भी ज्यादा रहता है क्योंकि वो एक-दूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं।
खासकर आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस इस मौसम में तेजी से फैलता है, ऐसे में बच्चों को इसकी चपेट में आने से बचाना बहुत जरूरी है।
कैसे पता चले कि बच्चे को आई फ्लू हुआ है?
आई फ्लू, जिसे पिंक आई भी कहा जाता है, अक्सर बच्चों की आंखों को लाल और चिपचिपा बना देता है। मानसून की नमी में बैक्टीरिया और एलर्जी आसानी से आंखों पर अटैक कर देते हैं।
आंखों से पानी आना, खुजली होना और सूजन इसके आम लक्षण हैं। अगर बच्चा बार-बार आंखें रगड़ रहा है या आंखों में जलन की शिकायत कर रहा है तो सतर्क हो जाएं।
आई फ्लू को लेकर फैली गलतफहमियां
अक्सर लोग मानते हैं कि अगर किसी की आंख आ गई है तो उसे देखने भर से इंफेक्शन फैल सकता है।
लेकिन सच ये है कि ये इंफेक्शन छूने से फैलता है, देख लेने से नहीं। संक्रमित व्यक्ति की आंखों का पानी या उसे छूने के बाद अपनी आंखों को छूना इस बीमारी को फैलाता है। इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है।
बच्चों को आई फ्लू से बचाने के आसान तरीके
अगर बच्चे स्कूल जाते हैं तो उनका हाथों की सफाई पर खास ध्यान दें। बच्चे को सैनिटाइजर साथ देकर भेजें ताकि वो समय-समय पर हाथ साफ कर सके।
साफ-सुथरी यूनिफॉर्म पहनाना भी उतना ही जरूरी है। बारिश में भीगे कपड़े बिना धोए दोबारा पहनाना इंफेक्शन को न्योता देने जैसा है।
स्कूल से लौटने पर बच्चे को हाथ, पैर और चेहरा अच्छे से धुलवाएं। बाहर से आने के बाद आंखों पर साफ पानी के छींटे मारना न भूलें।
इससे आंखों में मौजूद बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। बच्चों को समझाएं कि वो अपनी आंखों को हाथ से रगड़ें या छुएं नहीं। हाथों में लगे बैक्टीरिया सीधे आंखों में पहुंचकर इंफेक्शन बढ़ा सकते हैं।
बारिश से भी बच्चे की आंखों की हिफाजत जरूरी
बारिश के मौसम में बच्चों को भीगने से बचाना भी जरूरी है। इसके लिए छाता या रेनकोट का इस्तेमाल करवाएं। घर की सफाई पर ध्यान दें, खासतौर से कमरे में वेंटिलेशन रखें ताकि नमी न जमे।
अगर घर में पालतू जानवर हैं तो उनकी सफाई का भी खास ख्याल रखें और जानवरों को छूने के बाद हाथ जरूर धुलवाएं।
अगर घर में किसी को आई फ्लू हो गया है तो बच्चे को उससे थोड़ी दूरी बनाकर रखने को कहें।
इसके अलावा स्वीमिंग पूल जाने से भी बच्चों को रोकें क्योंकि वहां से ये इंफेक्शन तेजी से फैलता है।