उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर देवभूमि में अपराधियों और ठगों के खिलाफ “Operation Kalnemi” जोर-शोर से चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत देहरादून के एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि ऐसे बहरूपियों को पकड़कर कानून के हवाले किया जाए, जो अपनी पहचान छिपाकर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं। इस अभियान के तहत सभी थाना क्षेत्रों में लगातार चेकिंग और सत्यापन का काम तेजी से चल रहा है।
गोपनीय सूचना ने खोली ठग की पोल
एसएसपी देहरादून को हाल ही में एक गोपनीय सूचना मिली थी कि सेलाकुई थाना क्षेत्र में एक युवक अपनी पहचान छिपाकर रह रहा है। यह शख्स खुद को बड़ा अमीर बताकर कई लड़कियों को अपने झूठे प्रेमजाल में फंसा चुका है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत एक टीम गठित की और इस शातिर ठग की तलाश शुरू की। स्थानीय मुखबिरों की मदद से पुलिस ने सुराग जुटाए और आखिरकार 8 अगस्त 2025 को इस ठग को पकड़ लिया।
कौन है यह नटवरलाल?
पकड़े गए शख्स का नाम इफराज अहमद लोलू है, जो जम्मू के अनंतनाग का रहने वाला है। वर्तमान में वह देहरादून के डीबीएस कॉलेज, सेलाकुई में रह रहा था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह 23 साल का युवक अपनी पहचान और वेश-भूषा बदलकर लड़कियों से दोस्ती करता था। वह खुद को अमीर और रसूखदार बताकर उन्हें ठगने का काम करता था। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 172 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई की है।
मकान मालिक भी नहीं बचा
इस मामले में पुलिस ने मकान मालिक पर भी सख्ती दिखाई। बिना सत्यापन के इस ठग को अपने मकान में किराए पर रखने के लिए मकान मालिक का चालान किया गया है। पुलिस ने साफ किया कि किराएदारों का सत्यापन न करना भी कानूनन अपराध है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होगी।
दून पुलिस की इस कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित हो गया कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।