Dehradun Crime : विकासनगर पुलिस ने एक नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने और उसके साथ दुष्कर्म करने के मामले में 50 वर्षीय अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से ही यह शख्स पुलिस की पकड़ से बचने के लिए लगातार फरार था, लेकिन दून पुलिस की तत्परता और चुस्ती ने उसे आखिरकार सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
विकासनगर में शुरू हुई कहानी
विकासनगर के एक व्यक्ति ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी 15 साल की नाबालिग बेटी को उनका एक रिश्तेदार बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक टीम गठित की, जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने सख्त निर्देश दिए कि नाबालिग को जल्द से जल्द बरामद किया जाए और अभियुक्त को गिरफ्तार किया जाए।
नाबालिग की बरामदगी और चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान लड़की ने बताया कि अभियुक्त कान सिंह (50 वर्ष), जो उत्तर प्रदेश के आगरा के शास्त्रीपुरम का रहने वाला है, उसे बहला-फुसलाकर आगरा ले गया था। वहां उसने नाबालिग के साथ शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने अभियोग में धारा 65(1) बीएनएस और 3/4 पॉक्सो एक्ट को जोड़ा।
फरार अभियुक्त को पकड़ने की जंग
नाबालिग की बरामदगी के बाद अभियुक्त कान सिंह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गया था। पुलिस ने उसकी तलाश में दिन-रात एक कर दिया। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से पुलिस को जानकारी मिली कि अभियुक्त आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में छिपा हुआ है। इसके आधार पर 22 अगस्त 2025 को पुलिस ने शास्त्रीपुरम, आगरा के पास से उसे धर दबोचा।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण
अभियुक्त का नाम कान सिंह है, जो सरदार सिंह का बेटा है। वह उत्तर प्रदेश के आगरा के शास्त्रीपुरम, प्राक्सी टावर चौकी के सामने रहता है। उसकी उम्र 50 वर्ष है।
पुलिस टीम की मेहनत
इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में उपनिरीक्षक सनोज कुमार (चौकी प्रभारी हरबर्टपुर), महिला उपनिरीक्षक दीपा शाह, कांस्टेबल बृजपाल और कांस्टेबल नवीन कोहली शामिल थे। इस कार्रवाई ने एक बार फिर दून पुलिस की तत्परता और अपराधियों को पकड़ने की क्षमता को साबित किया है।