2027 Assembly Elections :गुजरात में कांग्रेस को फिर से मजबूत करने की कवायद में जुटे राहुल गांधी ने मंगलवार रात अपनी पार्टी की गुजरात इकाई की समन्वय समिति की एक अहम बैठक की। सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में राहुल ने संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने और 2027 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कड़ी टक्कर देने की रूपरेखा तैयार की।
पार्टी नेताओं को साफ संदेश दिया गया कि मेहनत और निष्ठा ही पद और टिकट की कुंजी होगी। आइए, जानते हैं इस बैठक के प्रमुख बिंदुओं और राहुल गांधी के गुजरात मिशन के बारे में।
संगठन में बदलाव की बयार
राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस के नेताओं के साथ गहन चर्चा की। इस दौरान उन्होंने नेताओं के प्रदर्शन की समीक्षा की और संगठन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने पर जोर दिया। राहुल ने स्पष्ट किया कि जो नेता मेहनत करेंगे और जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझेंगे, उन्हें ही पार्टी में तरक्की और चुनावी टिकट मिलेगा।
इसके विपरीत, जो केवल चुनावी मौसम में सक्रिय होंगे या अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ेंगे, उन्हें कोई मौका नहीं दिया जाएगा। इस बैठक में पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और गुजरात प्रभारी मुकुल वासनिक के साथ-साथ राज्य के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे, जो इस रणनीति को लागू करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
जिलाध्यक्षों को मिलेगा बड़ा इनाम
राहुल गांधी ने गुजरात में कांग्रेस की सत्ता में वापसी की स्थिति में एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलाध्यक्षों को मंत्री पद से नवाजा जाएगा। यह कदम न केवल कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाएगा, बल्कि संगठन के भीतर मेहनत और समर्पण को बढ़ावा देगा। राहुल ने यह भी जोर दिया कि जनता के बीच सक्रिय रहने वाले कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। उनका मानना है कि जनता के साथ सीधा जुड़ाव ही कांग्रेस को गुजरात में फिर से प्रासंगिक बनाएगा।
बीजेपी से साठगांठ करने वालों पर सख्ती
राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस के भीतर उन लोगों पर निशाना साधा, जो कथित तौर पर बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने नेताओं को चेतावनी दी कि ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। राहुल ने कहा, “हमें वफादार और बीजेपी समर्थकों को अलग करना होगा। जो लोग पार्टी के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं, उनके लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है।” इस कदम से पार्टी के भीतर विश्वास और एकजुटता को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है, ताकि संगठन एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ लड़ सके।
पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
राहुल गांधी आज अरवल्ली जिले के मोडासा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे जिलाध्यक्ष चुनने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। यह प्रोजेक्ट गुजरात में संगठन को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। गौरतलब है कि कांग्रेस पिछले तीन दशकों से गुजरात की सत्ता से बाहर है।
ऐसे में राहुल का यह दौरा और उनकी रणनीति पार्टी के लिए नई उम्मीद लेकर आई है। हाल ही में मार्च में भी राहुल ने गुजरात का दौरा किया था, और अब अप्रैल में अहमदाबाद में हुए कांग्रेस अधिवेशन के बाद यह उनका दूसरा बड़ा कदम है।
गुजरात में कांग्रेस की वापसी का सपना
राहुल गांधी का गुजरात मिशन न केवल संगठन को मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि यह जनता के बीच पार्टी की विश्वसनीयता को फिर से स्थापित करने की कोशिश भी है। उनकी रणनीति कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने, संगठन को एकजुट करने और जनता के मुद्दों को उठाने पर केंद्रित है। गुजरात में बीजेपी का लंबा शासन रहा है, लेकिन राहुल गांधी की यह सक्रियता और संगठन में सुधार की पहल कांग्रेस को 2027 के चुनाव में नई ताकत दे सकती है।