19 May 2025, Mon

DM Savin Bansal के एक दौरे ने बदल दी स्कूल की सूरत, जानिए क्या मिली सौगात

देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के संकल्प को धरातल पर उतारने में जिला प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ रहा। इसी कड़ी में देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने त्यूनी क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास का दौरा किया। इस निरीक्षण के दौरान डीएम ने न सिर्फ स्कूल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई बड़े फैसले भी लिए।

क्या आपने कभी सोचा कि एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं की छोटी-छोटी जरूरतें कितना बड़ा बदलाव ला सकती हैं? डीएम के इस भ्रमण ने साबित कर दिया कि सही दिशा में उठाया गया कदम शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।

निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि स्कूल में दसवीं के बाद बायोलॉजी और कॉमर्स जैसे विषयों की पढ़ाई की सुविधा नहीं है। नतीजतन, छात्राओं को इन विषयों के लिए दूर शहरों के स्कूलों में जाना पड़ता है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को सीबीएसई बोर्ड के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया।

उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं को भी शहरों जैसी सुविधाएं मिलनी चाहिए। यह कदम न केवल शिक्षा की पहुंच बढ़ाएगा, बल्कि छात्राओं के भविष्य को भी संवारेगा।

स्कूल की स्थिति को देखते हुए डीएम ने तुरंत कई सुविधाओं को मंजूरी दी। अध्यापिकाओं ने बताया कि 150 छात्राओं के लिए महज 50 स्टडी टेबल हैं। इस कमी को दूर करने के लिए डीएम ने मौके पर ही 100 स्टडी टेबल स्वीकृत कर दिए।

इसके अलावा, भोजन बनाने वाली माता की सुविधा के लिए रोटी मेकर मशीन लगाने का फैसला लिया गया, जिसके लिए बजट भी तय कर दिया गया। क्या यह छोटी बात नहीं बड़ी राहत लेकर आती है? स्कूल में पानी की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एसडीएम चकराता को जल संस्थान से समन्वय करने के निर्देश दिए गए।

शिक्षा के साथ-साथ छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर भी डीएम का जोर रहा। उन्होंने स्कूल की लाइब्रेरी को स्मार्ट बनाने का आदेश दिया। अब इस लाइब्रेरी में एटलस, डिक्शनरी, प्रतियोगी परीक्षाओं की मैगजीन, महापुरुषों की जीवनी और अंग्रेजी अखबार जैसी चीजें उपलब्ध होंगी। यह कदम छात्राओं को किताबों से जोड़ेगा और उनके ज्ञान के दायरे को व्यापक बनाएगा। इसके अलावा, खेल और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए योग टीचर, कंप्यूटर टीचर और कराटे कोच की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।

सुरक्षा के मामले में भी डीएम ने कोई ढिलाई नहीं बरती। स्कूल में पहले से मौजूद तीन महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ अब तीन और नई महिला सुरक्षाकर्मी नियुक्त की जाएंगी। यानी अब कुल छह सुरक्षाकर्मी छात्राओं की हिफाजत के लिए तैनात रहेंगी। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी चकराता योगेश मेहर, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल और स्कूल स्टाफ मौजूद रहा। डीएम के इन फैसलों से न सिर्फ स्कूल का कायाकल्प होगा, बल्कि छात्राओं को बेहतर भविष्य की राह भी मिलेगी।

By Ganga

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