Dehradun News : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सीमा पर बार-बार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघन ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। सीमाओं पर चौकसी बढ़ गई है, और सेना के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सभी जवान अपनी यूनिट्स में वापस लौट रहे हैं, ताकि देश की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
ऐसे में देहरादून की सड़कों पर एक दिल छू लेने वाली पहल ने सबका ध्यान खींचा है। देहरादून ऑटो यूनियन ने सैनिकों और उनके परिवारों के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा शुरू की है, जो न केवल सराहनीय है, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी दर्शाती है।
शहर की सड़कों पर दौड़ने वाले करीब 2800 ऑटो अब सैनिकों के लिए एक नया संदेश लेकर चल रहे हैं। इन ऑटो पर लगे पोस्टर साफ बताते हैं कि यूनिट में लौट रहे सैनिकों को उनके घर से रेलवे स्टेशन या बस अड्डे तक मुफ्त में पहुंचाया जाएगा। इतना ही नहीं, सैनिकों के परिवार वालों के लिए भी यह सेवा मुफ्त है।
शुक्रवार से शुरू हुई इस पहल का असर शहर में हर जगह दिख रहा है। रेलवे स्टेशन पर ऑटो चालक मुफ्त सेवा का बोर्ड लेकर खड़े रहते हैं, ताकि सैनिकों को किसी तरह की परेशानी न हो। यह छोटा सा कदम सैनिकों के प्रति सम्मान और उनके बलिदान के लिए कृतज्ञता का प्रतीक बन गया है।
ऑटो यूनियन के अध्यक्ष शशिकांत भट्ट का कहना है कि यह पहल उनके दिल से निकली है। उन्होंने कहा, “हम सीमा पर जाकर नहीं लड़ सकते, लेकिन अपने सैनिक भाइयों के लिए कुछ तो कर सकते हैं। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच सैनिकों की छुट्टियां रद्द हो चुकी हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी यात्रा को आसान बनाएं।” ऑटो चालकों का उत्साह भी देखने लायक है।
उनका कहना है कि यह सेवा पूरी तरह से स्वेच्छा से दी जा रही है, और इसमें किसी तरह का कोई दबाव नहीं है। एक ऑटो चालक ने भावुक होते हुए कहा, “हमारे सैनिक अपने परिवार को छोड़कर हमारी रक्षा के लिए सीमा पर जाते हैं। उनके लिए इतना करना तो हमारा फर्ज है।”
यह पहल न केवल सैनिकों के प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकजुटता और देशभक्ति की भावना को भी बढ़ावा दे रही है। देहरादून की यह अनूठी मुहिम पूरे देश के लिए एक मिसाल बन सकती है। जब देश के कोने-कोने से ऐसी पहलें सामने आएंगी, तो निश्चित रूप से हमारी सेना का हौसला और भी बुलंद होगा। देहरादून के ऑटो चालकों ने साबित कर दिया है कि देशभक्ति सिर्फ बड़े-बड़े कामों में नहीं, बल्कि छोटे-छोटे प्रयासों में भी झलकती है।