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Atta Price: आटा हुआ सस्ता, 12 रुपये तक गिर गए हैं गेहूं के दाम, क्या आगे और गिरेंगे भाव?

आम जनता के लिए महंगाई के मोर्चे पर राहत की खबर है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर महंगाई के आंकड़ों में गिरावट के बीच आटे के दाम सस्ते हुए हैं. गेहूं के भाव गिरे हैं, जिससे बाजार में आटे का भाव भी नीचे आया है. गेहूं के दाम 10-12 रुपये तक कम हुए हैं. साथ ही आटे की कीमत भी कम हुई है. बाजार में आटा 22-24 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है. हालांकि, इसके नीचे दाम आने की संभावना कम जताई जा रही है.

गेहूं के नए फसल की आवक शुरू हो गई है. इस बार पैदावार अच्छी रही है. फिलहाल मौसम का कोई असर गेहूं पर देखने को नहीं मिला है. माना जा रहा है कि फसल के दाम MSP (Minimum Support Price) के ऊपर रह सकते हैं. आटा मार्केट में पैकेज आइटम का हिस्सा 3-4% है. ऐसी अपील है कि ब्रांडेड आटा उत्पादक कंपनियां भी दामों में आई गिरावट को देखते हुए ग्राहकों को राहत पास करें.

आटा एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटाने की मांग

उधर, आटा एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटाने की मांग हो रही है. गेहूं एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध जारी रखने की सिफारिश हो रही है. जानकारी है कि फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से गेहूं की छठवीं नीलामी में 23 क्षेत्रों में 611 डिपो से 10.69 LMT गेहूं आया. इसमें 970 बिडर्स के बीच 4.91 LMT गेहूं बिका है.

खरीद नॉर्मल रहने की अनुमान

अंदाजा लगाया जा रहा था कि आटे के दामों पर जल्द ही राहत मिल सकती है. फरवरी महीने में व्हीट OMSS यानी कि ओपन मार्केट सेल्स स्कीम के ताजा अपडेट पर फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी अशोक केके मीणा ने कहा था कि आने वाला समय में रीटेल मार्केट में गेहूं की कीमतें नीचे आ सकती हैं. मीणा ने कहा था कि मौजूदा हाल में गेहूं की फसल अच्छी रही है.

इसके अलावा खरीद भी नॉर्मल रहेगी. इस बार खरीद 300-400 लाख मीट्रिक टन रहने की उम्मीद है. उन्होंने संभावना जताई थी कि 1 अप्रैल तक 113 लाख मीट्रिक टन स्टॉक रह सकती है. अनुमान है कि इस बार 93-95 लाख मीट्रिक टन स्टॉक रहेगा और 75 लाख मीट्रिक टन बफर देगा. ये तभी संभव है, जब OMSS के अंतर्गत सारा गेहूं भी लिफ्ट हो जाए. 

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