11 Jul 2025, Fri

Dehradun Ayushman Card Scam : देहरादून में बड़ा खुलासा! 9,428 फर्जी आयुष्मान कार्ड से उड़ाए करोड़ों रुपए

Dehradun Ayushman Card Scam : देहरादून में सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का एक बड़ा मामला सामने आया है। आयुष्मान योजना के तहत 9,428 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का खुलासा हुआ है, जिसके बाद थाना राजपुर और नगर कोतवाली में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। यह घोटाला तब उजागर हुआ, जब राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (SHA) ने जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय द्वारा भेजे गए डेटा की जांच की।

जांच में पाया गया कि 1,36,676 निरस्त राशन कार्डों के आधार पर अपात्र लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए आयुष्मान कार्ड बनवाए और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों के बाद पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है।

फर्जीवाड़े का खुलासा 

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (SHA) के अतिरिक्त निदेशक (IT) अमित शर्मा ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई कि जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय द्वारा निरस्त किए गए 1,36,676 राशन कार्डों के डेटा की जांच में 9,428 आयुष्मान कार्ड फर्जी पाए गए। इनमें से 150 कार्डों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है, जबकि बाकी कार्डों को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया जारी है। प्रारंभिक जांच में यह भी संदेह जताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े में कोई संगठित गिरोह शामिल हो सकता है, जिसने फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपये का लाभ उठाया होगा। 

जिला खाद्य आपूर्ति कार्यालय के राशन कार्ड प्रभारी शशांक चौधरी ने बताया कि सत्यापन अभियान के दौरान कई राशन कार्ड फर्जी पाए गए। कुछ कार्ड धारकों की मृत्यु हो चुकी थी, कुछ कार्ड निष्क्रिय थे, और कई मामलों में गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर कार्ड बनवाए गए थे। इस बड़े पैमाने पर अनियमितता को देखते हुए जिलाधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

सीएम धामी का सख्त रुख

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उनके निर्देश पर राशन कार्डों का व्यापक सत्यापन अभियान चलाया गया, जिसके तहत यह फर्जीवाड़ा सामने आया। आयुष्मान योजना का लाभ उठाने के लिए राशन कार्ड एक अनिवार्य दस्तावेज है, और अपात्र लोगों ने फर्जी राशन कार्ड बनवाकर इस योजना का दुरुपयोग किया। जैसे ही राशन कार्डों का डेटा ऑनलाइन हुआ, फर्जी आयुष्मान कार्ड भी स्वतः जारी हो गए, जिसने इस घोटाले की परतें खोलीं। 

पुलिस की कार्रवाई 

एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि अमित शर्मा और शशांक चौधरी की शिकायतों के आधार पर थाना राजपुर और नगर कोतवाली में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस अब उन सभी मामलों की गहन जांच कर रही है, जिनमें फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया गया। उनका कहना है कि दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी अनियमितताओं पर रोक लगाई जा सके। 

By Ganga

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