Dehradun Crime News : देहरादून के सलियावाला जंगल में छिपा एक अवैध कैसिनो पुलिस की सतर्कता के कारण पकड़ा गया। दून पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के जॉइंट ऑपरेशन ने जुआरियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस छापेमारी में मकान मालिक सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने मौके से 1900 कैसिनो कॉइन्स, 89,700 रुपये नकद और 12 मोबाइल फोन बरामद किए। यह सनसनीखेज कार्रवाई देहरादून पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ का नतीजा है।
जंगल में छिपा था कैसिनो का अड्डा
देहरादून के सलियावाला गांव में जंगल के बीच बने एक मकान में अवैध कैसिनो चल रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून और एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि इस मकान में गैरकानूनी गतिविधियां हो रही हैं।
इस सूचना के आधार पर एसएसपी के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर रीना राठौर के नेतृत्व में एक संयुक्त पुलिस टीम गठित की गई। 2-3 अगस्त 2025 की देर रात को पुलिस ने इस मकान पर छापा मारा। वहां एक बड़े कमरे में कैसिनो चलता पाया गया, जहां लोग कॉइन्स के साथ हार-जीत की बाजी लगा रहे थे।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को जुआ अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया। मौके से 1900 कैसिनो कॉइन्स, दो ताश की गड्डियां, 89,700 रुपये नकद, 12 मोबाइल फोन और एक वेन्यू कार बरामद की गई। पुलिस अब अभियुक्तों के बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि इस अवैध कारोबार के और भी तार सामने आ सकें।
दिल्ली से आए जुआरियों का खुलासा
पूछताछ में दिल्ली से आए अभियुक्तों ने बताया कि वे पहली बार देहरादून आए थे। उन्हें जुआ खेलने का शौक है और वे इसके लिए अलग-अलग राज्यों में जाते रहते हैं। इन लोगों का देहरादून के शशांक (मकान मालिक), उमेश रावत और विक्रम शाह जैसे स्थानीय लोगों से संपर्क था। इन्हीं के जरिए उन्होंने देहरादून में कैसिनो में जुआ खेलने की योजना बनाई थी।
अभियुक्तों ने बताया कि वे जुए में ज्यादा नकदी साथ नहीं रखते। एक व्यक्ति की जिम्मेदारी होती है कि वह जीतने वाले को पैसे दे। मकान मालिक और देहरादून के अन्य लोगों ने बताया कि दिल्ली से आए लोग उनके दोस्त हैं, जिन्हें पहली बार देहरादून बुलाया गया था। कैसिनो में जुआ शुरू ही हुआ था कि पुलिस ने छापा मार दिया। इस दौरान एक अन्य अभियुक्त विक्रम शाह मौके पर नहीं मिला, जिसके खिलाफ पुलिस जांच कर रही है।
गिरफ्तार जुआरियों का विवरण
पुलिस ने जिन 12 लोगों को गिरफ्तार किया, उनमें मकान मालिक शशांक गुप्ता (38 वर्ष, गुड़गांव), निखिल (दिल्ली), गौरव मग्गो (34 वर्ष, दिल्ली), हिमांशु अरोड़ा (दिल्ली), उमेश रावत (42 वर्ष, देहरादून), चन्द्रशेखर (32 वर्ष, देहरादून), जतिन राणा (देहरादून), मनोहर सिंह चौहान (35 वर्ष, देहरादून), चरण सिंह चौहान (देहरादून), विनोद (उत्तरकाशी), जीवन शर्मा (देहरादून) और केशव उर्फ बबलू सिंह धामी (24 वर्ष, नेपाल) शामिल हैं।
पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई
इस ऑपरेशन में प्रेमनगर थाना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। टीम का नेतृत्व क्षेत्राधिकारी रीना राठौर ने किया। उनके साथ थानाध्यक्ष कुंदन राम, चौकी प्रभारी अमित शर्मा, प्रवीण सैनी और एसटीएफ के निरीक्षक विपिन बहुगुणा, यादवेंद्र बजवा सहित कई अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देहरादून पुलिस अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है।