Air India New Policy : एयर इंडिया ने हाल ही में अपने कर्मचारियों के लिए एक नई यात्रा नीति लागू की है, जो 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुकी है। इस नीति के तहत कंपनी के सभी कर्मचारी, चाहे वह सीईओ हों, वरिष्ठ अधिकारी हों या सीनियर कमांडर, अब इकोनॉमी क्लास में ही यात्रा करेंगे। यह कदम यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने और प्रीमियम सीटों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उठाया गया है। आइए, इस बदलाव के पीछे की वजहों और इसके प्रभावों को विस्तार से समझते हैं।
कर्मचारियों के लिए नया नियम
एयर इंडिया ने अपनी नीति में बड़ा बदलाव करते हुए सभी कर्मचारियों को इकोनॉमी क्लास में यात्रा करने का निर्देश दिया है। पहले कर्मचारी, खासकर वरिष्ठ अधिकारी और कमांडर, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बिजनेस क्लास में सफर कर सकते थे। लेकिन अब यह सुविधा केवल विशेष परिस्थितियों में और कुछ शर्तों के साथ उपलब्ध होगी।
उदाहरण के लिए, बिजनेस क्लास में अपग्रेड तभी संभव होगा, जब सभी यात्रियों को उनकी पसंदीदा सीटें मिल जाएं। यह नीति चरणबद्ध तरीके से लागू की जा रही है। 1 अप्रैल से वाइस प्रेसिडेंट और उससे ऊपर के अधिकारियों के लिए यह नियम शुरू हो चुका है, जबकि 1 जून 2025 से सीनियर कमांडरों पर भी यह लागू होगा।
बदलाव के पीछे की वजह
पिछले कुछ समय से प्रीमियम और बिजनेस क्लास सीटों की मांग में जबरदस्त उछाल देखा गया है। यात्रियों की इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है। कंपनी का कहना है कि यह बदलाव न केवल यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगा, बल्कि उनकी संतुष्टि को भी बढ़ाएगा।
इसके साथ ही, एयर इंडिया ने प्रीमियम इकोनॉमी सीटों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। वर्तमान में, कंपनी के A320 नैरो-बॉडी विमानों में हर हफ्ते लगभग 50,000 प्रीमियम इकोनॉमी सीटें उपलब्ध हैं, और इस संख्या को और बढ़ाने की तैयारी है। यह कदम एयर इंडिया के उस मिशन का हिस्सा है, जिसमें वह अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाना चाहती है।
यात्रियों को मिलेगी राहत
एयर इंडिया का यह फैसला यात्रियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है। प्रीमियम सीटों की उपलब्धता बढ़ने से अब यात्रियों को अपनी पसंदीदा सीट बुक करने में आसानी होगी। खासकर उन लोगों को, जो लंबी उड़ानों में आरामदायक यात्रा का अनुभव चाहते हैं। इसके अलावा, यह नीति एयर इंडिया की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसमें वह अपने ग्राहकों को प्राथमिकता देने और उनकी जरूरतों को समझने के लिए लगातार प्रयासरत है।
एयर इंडिया का यह कदम केवल एक नीतिगत बदलाव तक सीमित नहीं है। कंपनी ने अपनी सेवाओं को और आधुनिक बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। प्रीमियम इकोनॉमी और बिजनेस क्लास की सीटों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ, एयरलाइन नई तकनीकों और सुविधाओं को भी अपनाने की दिशा में काम कर रही है। यह सभी प्रयास इस बात की ओर इशारा करते हैं कि एयर इंडिया न केवल भारत की अग्रणी एयरलाइन बने रहना चाहती है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत करना चाहती है।