आमतौर पर ऐसा रिटर्न तभी संभव है जब निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाए और ब्याज दर भी बेहतर हो। आइए कुछ प्रमुख योजनाओं और उनकी गणनाओं पर एक नज़र डालते हैं:
1. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF):
- ब्याज दर: 7.1% (2023 तक)
- अवधि: 15 साल (लंबी अवधि)
- निवेश सीमा: न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
अगर आप ₹15,000 का निवेश करते हैं और इसे कंपाउंडिंग ब्याज के साथ 15 साल के लिए छोड़ देते हैं, तो आपको लंबी अवधि में काफी अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, ₹9 लाख तक पहुंचने के लिए या तो अधिक समय की आवश्यकता होगी या निवेश राशि बढ़ानी होगी।
2. राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC):
- ब्याज दर: 7.7% (2023 तक)
- अवधि: 5 वर्ष
- चक्रवृद्धि: सालाना
NSC में ₹15,000 निवेश करने पर, 5 साल बाद यह राशि ₹21,656 हो जाती है। अगर लगातार निवेश किया जाए तो यह लंबे समय में एक अच्छा फंड बन सकता है, लेकिन ₹9 लाख तक पहुँचने के लिए ज़्यादा राशि या लंबी अवधि की ज़रूरत होगी।
3. किसान विकास पत्र (KVP):
- ब्याज दर: 7.5% (2023 तक)
- अवधि: लगभग 9 साल और 7 महीने (जब तक कि मूल्य दोगुना न हो जाए)
इस योजना के तहत, आपका पैसा हर 9 साल और 7 महीने में दोगुना हो जाता है। अगर आप ₹15,000 निवेश करते हैं, तो यह लगभग 10 साल बाद ₹30,000 हो जाएगा। इसे लंबी अवधि में फिर से निवेश करके, आप ₹9 लाख की राशि तक पहुँच सकते हैं।
अनुमानित गणना:
- 7.5% ब्याज दर पर निवेश किए गए ₹15,000, यदि हर 10 साल में दोगुना हो:
- 10 साल बाद: ₹30,000
- 20 साल बाद: ₹60,000
- 30 साल बाद: ₹1,20,000
- 40 साल बाद: ₹2,40,000
- 50 साल बाद: ₹4,80,000
- 60 साल बाद: ₹9,60,000
पोस्ट ऑफिस की योजनाएँ सुरक्षित हैं, लेकिन ₹15,000 के निवेश पर ₹9 लाख पाने के लिए आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करना होगा। यदि आप निवेश राशि बढ़ाते हैं या योजना में नियमित रूप से निवेश करते हैं, तो आप इस लक्ष्य को तेजी से प्राप्त कर सकते हैं।