फर्जी राशनकार्ड धारकों की खड़ी होगी खटिया, सरकार ने रद्द किये 2 करोड़ से ज़्यादा कार्ड

राशन कार्ड धारकों के लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, सरकार सभी अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ सख्त हो गई है। ऐसे लोगों का नाम राशन कार्ड की सूची से काटा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में 1.42 करोड राशन कार्ड रद्द
राज्यसभा में खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने बताया कि देशभर में 2017 से लेकर 2020-21 तक पिछले 5 साल में डुप्लीकेट, अपात्र और जाली कुल 2 करोड़ 41 लाख राशन कार्ड रद्द किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अकेले बिहार राज्य में 7 लाख 10 हजार राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं।
साध्वी निरंजन ज्योति ने बताया कि बिहार में 2018 में 2.18 लाख 2019 में 3.92 लाख, 2020 में 99400 लाख, कुल 7 लाख 10 हजार राशन कार्ड रद्द किए गए हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 1.42 करोड़ राशन कार्ड लिस्ट से हटाए गए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी 21 लाख राशन कार्ड को कैंसिल किया गया है।
सोशल मीडिया से पकड़ा तूल
दरअसल, कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड धारकों को कार्ड सरेंडर करने की खबर सोशल मीडिया के जरिए खूब वायरल हुई थी। इस खबर में यह दावा किया जा रहा था कि अपात्र कार्ड धारको को तहसील जाकर अपना कार्ड सरेंडर करना होगा वरना सरकार की तरफ से वसूली की जाएगी।
हालांकि जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा सरकार की तरफ से इस पर स्पष्टीकरण देते हुए बताया गया कि यूपी की योगी सरकार ने ऐसा कोई नया नियम नहीं बनाया है। हालांकि प्रदेश में सरकार ने राशन कार्ड का निरस्तीकरण कार्यक्रम शुरू कर दिया है।
सरकार के आदेश के मुताबिक अपात्र लोगों का राशन कार्ड की लिस्ट से नाम काटा जाएगा और केवल जरूरतमंदों को ही फ्री राशन का फायदा मिलेगा।