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बिना बताए फोन हो रहा है हैक? Android यूजर्स के लिए आई हाई-रिस्क वॉर्निंग

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नई दिल्ली : आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका प्यारा फोन हैकर्स के निशाने पर हो सकता है? भारत सरकार की साइबर सिक्योरिटी विंग, CERT-In (कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम), ने हाल ही में एक गंभीर चेतावनी जारी की है।

इसमें बताया गया है कि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई खामियां पाई गई हैं, जो आपके डेटा और डिवाइस को खतरे में डाल सकती हैं। आइए, इस चेतावनी के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि आप खुद को सुरक्षित कैसे रख सकते हैं।

एंड्रॉयड में क्या है समस्या?

CERT-In ने अपनी ताजा जांच में पाया कि एंड्रॉयड के पुराने वर्जन, खासकर 13, 14 और 15 से पहले के वर्जन, में कई सिक्योरिटी खामियां मौजूद हैं। इन कमियों को इतना गंभीर माना गया है कि इन्हें हाई-रिस्क कैटेगरी में रखा गया है। ये खामियां हैकर्स को आपके फोन पर पूरा कंट्रोल हासिल करने का मौका दे सकती हैं। यानी, आपका निजी डेटा, जैसे पासवर्ड, बैंक डिटेल्स और पर्सनल मैसेज, चंद सेकंड में चोरी हो सकते हैं। इतना ही नहीं, ये खामियां आपके फोन की परफॉर्मेंस को भी बिगाड़ सकती हैं, जिससे डिवाइस बार-बार हैंग होने या क्रैश होने लगता है।

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डेटा चोरी से लेकर सर्विस बाधित होने तक का खतरा

CERT-In ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर Vulnerability Note CIVN-2025-0077 के जरिए इस खतरे की गंभीरता को उजागर किया है। इन कमियों का फायदा उठाकर साइबर अपराधी आपके फोन में मौजूद संवेदनशील जानकारी आसानी से चुरा सकते हैं। इसके अलावा, ये खामियां फोन की बुनियादी सर्विसेज, जैसे कॉलिंग, मैसेजिंग और ऐप्स के काम करने में भी रुकावट पैदा करती हैं। नतीजा? आपका फोन पूरी तरह बेकार हो सकता है, और आपकी प्राइवेसी पर बड़ा सवाल खड़ा हो सकता है।

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बड़े ब्रांड्स के कंपोनेंट्स भी खतरे में

यह समस्या सिर्फ एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर तक सीमित नहीं है। CERT-In की रिपोर्ट के मुताबिक, मीडियाटेक, क्वॉलकॉम, Arm और इमैजिनेशन टेक्नोलॉजी जैसे बड़े हार्डवेयर प्रोवाइडर्स के कुछ थर्ड-पार्टी कंपोनेंट्स में भी खामियां पाई गई हैं। इनमें सिस्टम फ्रेमवर्क, गूगल प्ले अपडेट्स और ऑपरेटिंग सिस्टम का कोर हिस्सा (कर्नेल) शामिल है। ये कमियां हैकर्स को आपके डिवाइस का हाई-लेवल एक्सेस दे सकती हैं, जिससे वे आपके फोन को पूरी तरह अपने कब्जे में ले सकते हैं।

सुरक्षित रहने का आसान तरीका

एंड्रॉयड एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म है, जिसे दुनियाभर में लाखों डिवाइसेज में इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए, यह चेतावनी सिर्फ भारत तक सीमित नहीं, बल्कि ग्लोबल यूजर्स के लिए भी है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कुछ आसान कदम उठाकर आप अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं।

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सबसे पहले, अपने डिवाइस को तुरंत एंड्रॉयड वर्जन 13, 14 या 15 में अपडेट करें। इसके अलावा, नियमित रूप से सिस्टम अपडेट्स चेक करें और किसी भी अनजान सोर्स से ऐप डाउनलोड करने से बचें। इन छोटे-छोटे कदमों से आप साइबर खतरों से काफी हद तक सुरक्षित रह सकते हैं।

साइबर सिक्योरिटी में जागरूकता है जरूरी

आज के समय में साइबर सिक्योरिटी सिर्फ तकनीकी विशेषज्ञों का विषय नहीं है। हर स्मार्टफोन यूजर को अपनी डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए। CERT-In की यह चेतावनी हमें याद दिलाती है कि तकनीक जितनी सुविधा देती है, उतने ही जोखिम भी लाती है। अपने डिवाइस को अपडेट रखकर और छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर हम इन खतरों से बच सकते हैं। तो देर न करें, अभी अपने फोन की सेटिंग्स चेक करें और उसे अपडेट करें। आखिर, आपकी सुरक्षा आपके ही हाथों में है!

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