भारत में ज्यादातर लोग ऐसा मानते हैं कि बीमार होने पर ही हेल्थ चेकअप करवाना चाहिए। हालांकि अब सभी डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि सभी को साल में एक बार स्क्रीनिंग या प्रिकॉशनरी हेल्थचेकअप जरूर करवाना चाहिए।
ऐसा करने से आप कई गंभीर बीमारियों के संकेत पहचानकर उनका समय से इलाज करवा सकते हैं। ट्विटर पर हैदराबाद डॉक्टर के नाम से मशहूर डॉक्टर सुधीर कुमार ने कुछ टेस्ट सजेस्ट किए हैं जो आपको उस कंडीशन में भी करवाने चाहिए जब बीमारी का कोई लक्षण न दिख रहा हो।
सलामती के लिए जरूरी हैं ये टेस्ट
आप हेल्थ टेस्ट करवाने से इसलिए बचते हैं कि फिजूल पैसे बर्बाद होंगे या कुछ पता चल गया तो टेंशन होगी तो ये सोच बदलने की जरूरत है। कई बार बीमारियों के लक्षण ऐसी स्टेज पर पता चलते हैं जब हमारे हाथ में कुछ नहीं होता। अगर आप चाहते हैं कि आपकी फैमिली के बुजुर्ग और सभी लोग हेल्दी और लंबी उम्र जिएं तो आप यहां बताए ये टेस्ट साल में एक बार करवाने का नियम बना सकते हैं।
1. क्लीनिकल परीक्षण: दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर, वजन, बॉडी मास इंडेक्स, कमर का नाम, वेस्ट-हिप रेशियो
2. हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
3. फास्टिंग ब्लड शुगर (Fasting blood sugar)
4. ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन (Glycosylated hemoglobin)
5. लिपिड प्रोफाइल (Lipid profile)
6. होमोसिस्टीन (Homocysteine)
7. विटामिन बी12 (Vitamin B12)
8. विटामिन डी (Vitamin D)
9. लिवर फंक्शन टेस्ट (Liver function tests)
10. क्रिएटिनिन (Creatinine)
11. यूरिक एसिड (Uric acid)
12. टीएसएच (TSH)
13. ईसीजी (ECG)
14. इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)
15. हाई सेंसिटिविटी सीआरपी (High sensitivity CRP)
16. फास्टिंग सीरम इंसुलिन (Fasting serum insulin)
17. एपोलाइपोप्रोटीन ए1 (Apolipoprotein A1) (Apo-A1)
18. एपोलाइपोप्रोटीन बी (Apolipoprotein B) (Apo-B)
19. ट्रेड मिल टेस्ट (Tread Mill Test) (TMT)
20. सीटी कोरोनरी एंजियोग्राम + कैल्शियम स्कैन (CT Coronary Angiogram + Calcium scan) (जिनको दिल की बीमारी का रिस्क है उन्हें 10 साल में एक बार करवा लेना चाहिए
इसके अलावा चेस्ट एक्स-रे, एब्डोमन अल्ट्रासाउंड, पुरुषों का पीएसए (PSA), महिलाओं को मैमोग्राफी और पैप स्मीयर टेस्ट काम के हैं।