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Home Loan : होम लोन की EMI बाउंस हो गई, ये आसान ट्रिक करेगी सारी टेंशन दूर

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Home Loan : होम लोन की किस्तें चुकाना हर किसी के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। लेकिन कई बार हालात ऐसे बन जाते हैं कि EMI चुकाना मुश्किल हो जाता है। अगर एक-दो बार ऐसा हो जाए, तो परेशानी बढ़ने लगती है और बैंक की कार्रवाई का डर भी सताने लगता है।

ऐसे में घबराने की बजाय सही कदम उठाकर आप न सिर्फ अपने सिबिल स्कोर को बचा सकते हैं, बल्कि बड़े आर्थिक नुकसान से भी बच सकते हैं। आइए जानते हैं उन खास उपायों के बारे में जो आपकी मदद कर सकते हैं।

पहली बार EMI चूक जाए तो तुरंत करें ये काम

अगर आप पहली बार अपनी होम लोन की EMI चूक गए हैं, तो सबसे पहले घबराएं नहीं। जितनी जल्दी हो सके, अपने बैंक से संपर्क करें। बैंक मैनेजर से मिलकर अपनी स्थिति साफ तौर पर बताएं।

अगर कोई मजबूरी है, जैसे अचानक आई आर्थिक तंगी, तो उसे भी खुलकर शेयर करें। साथ ही यह भरोसा दिलाएं कि आगे से ऐसा नहीं होगा।

ज्यादातर बैंक आपकी स्थिति को समझते हैं और पहली बार में आपको राहत दे सकते हैं। इससे न सिर्फ पेनल्टी चार्ज कम हो सकता है, बल्कि आपका सिबिल स्कोर भी सुरक्षित रह सकता है।

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ध्यान रखें कि बैंक हर दो महीने तक आपका क्रेडिट रिकॉर्ड अपने पास रखता है और फिर उसे सिबिल एजेंसी को भेजता है। इसलिए समय रहते कदम उठाना जरूरी है।

दूसरी बार EMI मिस हो तो करें ये उपाय

अगर लगातार दूसरी बार भी आप EMI चुकाने से चूक गए हैं, तो अब और सतर्क होने की जरूरत है। सबसे पहले फिर से बैंक मैनेजर से मिलें और अपनी परेशानी बताएं। बकाया किस्तों को जल्द से जल्द भरने की कोशिश करें।

साथ ही उनसे यह रिक्वेस्ट करें कि वे सिबिल स्कोर पर निगेटिव रिपोर्ट न भेजें। इस दौरान आपको यह भरोसा देना होगा कि आगे से समय पर पेमेंट करेंगे। अगर तीन बार लगातार ऐसा होता है, तो सिबिल स्कोर खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।

ऐसे में बैंक मैनेजर भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाएंगे और उन्हें तीन महीने की डिफॉल्ट रिपोर्ट सिबिल को भेजनी पड़ेगी। इसका असर भविष्य में लोन लेने की प्रक्रिया पर पड़ सकता है।

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बार-बार EMI चूक रहे हैं? तो अपनाएं ये रास्ता

अगर आप बार-बार होम लोन की EMI चुकाने में असफल हो रहे हैं, तो ये स्थिति गंभीर हो सकती है। ऐसे में आपको अपने लोन को कुछ समय के लिए होल्ड करने के बारे में सोचना चाहिए।

बैंक में इसके लिए आवेदन करें और अपनी मजबूरी बताएं। यह भी कहें कि जैसे ही पैसे का इंतजाम होगा, आप बकाया राशि चुका देंगे।

इस तरह के आवेदन से आपको बैंक की सख्त कार्रवाई से बचने का मौका मिल सकता है। हां, इस प्रक्रिया में सिबिल स्कोर पर कुछ असर जरूर पड़ेगा, लेकिन बड़ा नुकसान टल सकता है। इसलिए इस विकल्प को सोच-समझकर चुनें।

सैलरी की वजह से EMI बाउंस हो रही है? ये है समाधान

कई बार ऐसा होता है कि आपकी सैलरी आने की तारीख EMI की ड्यू डेट से बाद की होती है। ऐसे में EMI बाउंस होने का डर रहता है। अगर आपके साथ भी ऐसा है, तो बैंक मैनेजर से बात करें और एरियर EMI का विकल्प चुनें।

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एरियर EMI का मतलब है कि आपकी किस्त महीने के अंत में कटेगी, जब आपकी सैलरी आ चुकी होगी। ज्यादातर लोग एडवांस EMI लेते हैं, जिसमें किस्त महीने की शुरुआत में कटती है।

लेकिन अगर आपकी सैलरी महीने के अंत में आती है, तो एरियर EMI आपके लिए बेहतर हो सकती है। इससे आप बिना किसी टेंशन के समय पर किस्त चुका पाएंगे और सिबिल स्कोर भी खराब होने से बचेगा।

सही कदम उठाकर बचें लोन डिफॉल्टर बनने से

होम लोन की EMI बाउंस होने की स्थिति में सही समय पर सही कदम उठाना बहुत जरूरी है। चाहे वो बैंक से बात करना हो, एरियर EMI का विकल्प चुनना हो या लोन होल्ड करने का आवेदन करना हो, हर कदम सोच-समझकर उठाएं।

ये छोटे-छोटे उपाय न सिर्फ आपके सिबिल स्कोर को बचा सकते हैं, बल्कि आपको लोन डिफॉल्टर बनने से भी रोक सकते हैं। तो अगली बार अगर ऐसी स्थिति बने, तो इन टिप्स को जरूर आजमाएं।

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