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क्रेडिट कार्ड आज के समय में हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। इसके जरिए न सिर्फ हमारी खरीदारी और लेन-देन की जानकारी मिलती है, बल्कि बैंक इसी आधार पर हमें लोन भी मुहैया कराते हैं। अगर आप किसी जरूरी काम के लिए लोन लेते हैं, तो इसे एक समझदारी भरा कदम माना जाता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका खराब सिबिल स्कोर (CIBIL Score) भविष्य में लोन लेने में मुश्किल पैदा कर सकता है? इसलिए अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाए रखना बेहद जरूरी है। हम इस खबर में आपको सिबिल स्कोर को सुधारने के कुछ आसान और कारगर तरीके बताएंगे, जो आपकी वित्तीय सेहत के लिए फायदेमंद साबित होंगे।

सिबिल स्कोर क्या होता है?

सिबिल स्कोर एक ऐसी संख्या है जो 300 से 900 के बीच होती है। यह आपके क्रेडिट व्यवहार को दर्शाता है। जितना ज्यादा आपका स्कोर 900 के करीब होगा, उतनी ही आसानी से आपको लोन मिल सकता है। एक अच्छा सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट रेटिंग को मजबूत करता है। भारत में क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो लिमिटेड (Credit Information Bureau) नामक संस्था व्यक्तियों और व्यवसायों के वित्तीय डेटा को इकट्ठा करती है। इसकी शुरुआत अप्रैल 2004 में हुई थी, और तब से यह लोन देने वालों के लिए एक भरोसेमंद स्रोत बन चुकी है।

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सिबिल स्कोर क्यों जरूरी है?

कोई भी बैंक या वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले आपका सिबिल स्कोर चेक करता है। अगर आपका स्कोर अच्छा है, तो लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, यह पूरी तरह से कर्जदाता पर निर्भर करता है कि वे आपको लोन देना चाहते हैं या नहीं। सिबिल स्कोर सिर्फ यह बताता है कि आपका लेन-देन का इतिहास कैसा रहा है और आपने कितनी बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया। यह एक तरह से आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का आईना है।

सिबिल स्कोर की गणना कैसे होती है?

आपके सिबिल स्कोर में आपके वित्तीय लेन-देन की पूरी जानकारी शामिल होती है। इसमें आपके भुगतान का इतिहास, क्रेडिट उपयोग, लोन की अवधि और प्रकार जैसी चीजें देखी जाती हैं। सिबिल ट्रांजैक्शन यूनियन (CIBIL Transaction Union) इन सभी जानकारियों के आधार पर आपका स्कोर तय करता है। इसमें क्रेडिट कार्ड का उपयोग, समय पर किश्तों का भुगतान और आपके खातों की स्थिति अहम भूमिका निभाते हैं।

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सिबिल स्कोर के लिए क्रेडिट उपयोग का विश्लेषण

सबसे पहले यह देखा जाता है कि आप अपने क्रेडिट कार्ड का कितना और कैसे इस्तेमाल करते हैं। अगर आपकी कोई किश्त बाउंस हुई है या देर से भुगतान हुआ है, तो यह आपके स्कोर को प्रभावित करता है। इसके अलावा आपकी क्रेडिट लाइन कितनी पुरानी है, आपके पास किस तरह का क्रेडिट है, और आपका क्रेडिट बैलेंस कैसा है, ये सारी बातें भी मायने रखती हैं। इन सभी कारकों को ध्यान में रखकर ही आपका सिबिल स्कोर तैयार होता है।

सिबिल स्कोर खराब होने के कारण

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान देर से करते हैं या ईएमआई चूक जाते हैं, तो इसका सीधा असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ता है। इसके अलावा एक साथ कई लोन लेने से भी आपका स्कोर नीचे जा सकता है, क्योंकि इससे भविष्य में कर्ज का बोझ बढ़ने का खतरा रहता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज्यादा खर्च करते हैं, तो यह भी आपके स्कोर को नुकसान पहुंचाता है।

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सिबिल स्कोर में सुधार कैसे करें?

अगर आप अपने सिबिल स्कोर को बेहतर करना चाहते हैं, तो कुछ आसान उपायों से इसे ठीक किया जा सकता है। अपने क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर चुकाएं, लोन की ईएमआई में कोई चूक न करें और क्रेडिट का सही तरीके से इस्तेमाल करें। समय पर ईएमआई चुकाने से आपका स्कोर धीरे-धीरे सुधरता है और भविष्य में लोन लेने में मदद मिलती है।

गड़बड़ी होने पर क्या करें?

अपने सिबिल स्कोर की रिपोर्ट को नियमित रूप से जांचते रहें। अगर कोई गलती नजर आए, तो उसे तुरंत ठीक करवाएं। इससे आपको अपने स्कोर की स्थिति का पता चलता रहेगा। अगर आपको लगता है कि आपके सिबिल स्कोर में कोई समस्या है, तो आप सिबिल की आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

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