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जियो का जलवा! 5G एयरफाइबर से जोड़े 45 लाख घर, एयरटेल को पीछे छोड़ रचा नया इतिहास

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नई दिल्ली : रिलायंस जियो ने अपनी जियोएयरफाइबर सेवा के साथ भारत में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (Fixed Wireless Access – FWA) के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह कंपनी घरों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने की रेस में सबसे आगे निकल गई है। हाल के आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर 2024 में खत्म हुई तिमाही में जियो ने 20 लाख नए घरों को अपनी सेवा से जोड़ा।

यह संख्या भारती एयरटेल के नए कनेक्शनों से तीन गुना ज्यादा है। जियो की इस रफ्तार ने न सिर्फ प्रतिद्वंद्वियों को चौंकाया है, बल्कि इसे भारत का सबसे बड़ा होम ब्रॉडबैंड ऑपरेटर भी बना दिया है।

जियोएयरफाइबर की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक 45 लाख घर इस 5G आधारित सेवा से जुड़ चुके हैं। इस तिमाही में कुल नए कनेक्शनों का 85% हिस्सा जियो के नाम रहा। सबसे खास बात यह है कि इनमें से 70% ग्राहक देश के टॉप 1000 शहरों से बाहर के इलाकों जैसे छोटे शहरों और कस्बों से हैं।

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इससे साफ है कि जियो की यह सेवा ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी तेजी से पैर पसार रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि जियो की 5G स्टैंडअलोन तकनीक और पूरे भारत में इसकी व्यापक उपलब्धता ही इसकी सफलता का राज है।

सीएलएसए रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जियो के पास अब 1.7 करोड़ घरेलू ब्रॉडबैंड ग्राहक हैं, जो एयरटेल के 92 लाख ग्राहकों से करीब 90% अधिक है। दोनों कंपनियां मिलकर भारत के होम ब्रॉडबैंड बाजार का 60% हिस्सा संभाल रही हैं।

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दूसरी ओर, एयरटेल ने अपनी 5G नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) तकनीक के जरिए 2000 शहरों में FWA सेवा शुरू की है, लेकिन जियो की आक्रामक रणनीति के सामने वह पीछे छूटता नजर आ रहा है। मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जियोएयरफाइबर बहुत जल्द दुनिया का सबसे बड़ा FWA प्रदाता बन सकता है।

काउंटरप्वाइंट रिसर्च का अनुमान है कि भारत 2027 तक अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा 5G FWA बाजार बन जाएगा। जियोएयरफाइबर की बढ़ती मांग और लोगों की बदलती डिजिटल जरूरतों ने इस क्षेत्र में क्रांति ला दी है। सीएलएसए का कहना है कि होम ब्रॉडबैंड और बंडल्ड कंटेंट की मदद से सालाना 11-15 अरब डॉलर का कारोबार होने की संभावना है।

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जियो की यह रफ्तार न सिर्फ इसके लिए फायदेमंद है, बल्कि पूरे डिजिटल इकोसिस्टम को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही है।

हालांकि, एयरटेल भी इस दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहता। कंपनी अपनी तकनीक और नेटवर्क को मजबूत करने में जुटी है, लेकिन अभी जियो का दबदबा साफ दिख रहा है। जियो की यह सफलता न केवल तकनीकी नवाचार का नतीजा है, बल्कि ग्राहकों की जरूरतों को समझने और उन्हें किफायती समाधान देने की उसकी सोच का भी प्रमाण है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एयरटेल इस चुनौती का जवाब दे पाएगा या जियो अपनी बढ़त को और मजबूत कर लेगा।

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