चंडीगढ़ :हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने चंडीगढ़ स्थित आवास संत कबीर कुटीर से एक खास पहल की शुरुआत की। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के तहत अयोध्या दर्शन के लिए जाने वाली बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह योजना हरियाणा सरकार की एक अनोखी कोशिश है, जिसके जरिए राज्य के बुजुर्ग नागरिकों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा का मौका दिया जा रहा है।
इस बस के रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने यात्रियों से मुलाकात की और उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। यह पल न सिर्फ यात्रियों के लिए यादगार रहा, बल्कि इसने सरकार के उस वादे को भी मजबूत किया, जिसमें हर वर्ग के लोगों की आस्था और खुशहाली का ख्याल रखने की बात कही गई है।
तीर्थ यात्रा योजना का मकसद
‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ हरियाणा के उन लोगों के लिए बनाई गई है, जो अपनी उम्र और आर्थिक स्थिति की वजह से तीर्थ स्थानों पर नहीं जा पाते। इस योजना के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाती है, बशर्ते उनकी सालाना पारिवारिक आय 1.80 लाख रुपये से कम हो।
अयोध्या जैसी पवित्र जगहों पर जाने का सपना अब उन लोगों के लिए भी सच हो रहा है, जो पहले इसे सिर्फ सोच ही सकते थे। इस योजना में शामिल होने के लिए लोगों को ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। सरकार का मकसद है कि हरियाणा के कोने-कोने से श्रद्धालु अपनी आस्था के इस सफर का हिस्सा बन सकें और बिना किसी परेशानी के तीर्थ दर्शन कर सकें।
अयोध्या की यात्रा का महत्व
अयोध्या, जो भगवान श्री राम की जन्मभूमि के रूप में जानी जाती है, हिंदुओं के लिए एक बेहद पवित्र स्थल है। हाल के सालों में राम मंदिर के निर्माण के बाद यह जगह और भी खास हो गई है। हरियाणा से अयोध्या जाने वाली यह बस उन श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुई, जो राम लला के दर्शन का इंतजार लंबे समय से कर रहे थे।
इस यात्रा का आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह लोगों के बीच एकता और विश्वास को भी बढ़ावा देता है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि यह योजना लोगों की आस्था का सम्मान करने का एक प्रयास है, जिससे समाज में सकारात्मकता फैले।
यात्रियों के लिए खास इंतजाम
इस बस यात्रा को खास बनाने के लिए सरकार ने कई इंतजाम किए हैं। यह बस पूरी तरह वातानुकूलित है, ताकि बुजुर्ग यात्रियों को किसी तरह की तकलीफ न हो। यात्रा के दौरान उनके खाने-पीने और आराम का भी पूरा ध्यान रखा गया है। हर यात्री को एक किट बैग भी दी गई, जिसमें जरूरी सामान मौजूद है।
मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत के दौरान उनकी सेहत और सुविधाओं के बारे में पूछा और उन्हें आश्वासन दिया कि यह सफर उनके लिए सुखद और सुरक्षित रहेगा। यह छोटी-छोटी बातें दिखाती हैं कि सरकार इस योजना को कितनी गंभीरता से ले रही है।
योजना की सफलता की कहानी
‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत से अब तक कई बसें अलग-अलग तीर्थ स्थानों के लिए रवाना हो चुकी हैं। अयोध्या के अलावा वाराणसी, प्रयागराज और अन्य पवित्र स्थानों के लिए भी यात्राएं आयोजित की जा रही हैं। इस योजना से अब तक हजारों लोग लाभ उठा चुके हैं और उनकी खुशी इसकी सफलता की सबसे बड़ी गवाही है। हरियाणा सरकार का दावा है कि यह योजना न सिर्फ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि बुजुर्गों के जीवन में नई उम्मीद और खुशी भी ला रही है। यह एक ऐसा कदम है, जो समाज के हर तबके को जोड़ने का काम कर रहा है।
सरकार का संदेश
इस बस को रवाना करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक साफ संदेश दिया कि उनकी सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह योजना सिर्फ तीर्थ यात्रा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों के विश्वास और सम्मान को मजबूत करने का माध्यम है। सरकार का यह प्रयास न सिर्फ बुजुर्गों के लिए एक तोहफा है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को भी यह संदेश देता है कि आस्था और परंपरा का सम्मान करना कितना जरूरी है। इस मौके पर मौजूद अधिकारियों ने भी इस योजना की तारीफ की और इसे एक मिसाल बताया।
एक नई उम्मीद की शुरुआत
संत कबीर कुटीर से अयोध्या के लिए बस रवाना होने का यह दृश्य हरियाणा के लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। यह सिर्फ एक यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह उस सोच का प्रतीक है, जो समाज को जोड़ने और खुशहाल बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री का यह कदम लोगों के दिलों को छू गया और उनकी आस्था को एक नया आयाम दे गया। आने वाले दिनों में इस योजना के जरिए और भी लोग अपने सपनों को सच होते देखेंगे, और हरियाणा का नाम एक बार फिर गर्व से लिया जाएगा।