रोहतक : हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर रिंकू हुड्डा ने विश्व मंच पर अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है। हाल ही में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चल रहे वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में रिंकू ने पुरुषों की भाला फेंक (जेवलिन थ्रो) एफ46 श्रेणी में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
60.26 मीटर की दूरी तक भाला फेंककर उन्होंने न सिर्फ प्रतियोगिता में बाजी मारी, बल्कि हरियाणा और पूरे भारत को गर्व करने का मौका दिया। उनकी यह उपलब्धि खेल प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
रोहतक जिले के धामड़ गांव के रहने वाले रिंकू हुड्डा कोई नया नाम नहीं हैं। वह पहले भी कई मौकों पर अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं। साल 2019 और 2022 में आयोजित नेशनल पैरा गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान खींचा था। इसके अलावा, 2023 में एशियन पैरा गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल कर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी धाक जमाई।
उनकी यह यात्रा मेहनत, लगन और आत्मविश्वास की मिसाल है, जो हर युवा को कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित करती है।
रिंकू की इस ताजा जीत ने उनके गांव से लेकर पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय लोग और खेल प्रेमी उनकी इस सफलता से उत्साहित हैं। उनके कोच का कहना है कि रिंकू की कड़ी मेहनत और अनुशासन ही उनकी जीत का राज है। परिवारजन भी इस पल को देखकर गदगद हैं।
रिंकू ने अपनी इस उपलब्धि के जरिए एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी सपना हकीकत में बदला जा सकता है। उनका यह सफर न केवल पैरा एथलीट्स के लिए, बल्कि हर उस शख्स के लिए प्रेरणादायक है जो जिंदगी में चुनौतियों का सामना कर रहा है।