गोहाना (हरियाणा) : हरियाणा के बरोदा थाना क्षेत्र के अंतर्गत धनाना गांव में एक दलित युवक के साथ हुई बर्बर मारपीट की घटना ने पिछले दिनों सुर्खियां बटोरी थीं। इस मामले में पुलिस ने कड़ा रुख अपनाते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि इस घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
उनका कहना है कि कानून अपना काम करेगा और पीड़ित को न्याय जरूर मिलेगा। यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि समाज में यह संदेश भी देती है कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का नतीजा सकारात्मक हो सकता है।
यह घटना करीब एक महीने पुरानी है, जब धनाना गांव में एक दलित युवक पर कुछ दबंग लोगों ने हमला किया था। इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था, जिसके बाद लोगों में गुस्सा भड़क उठा। वीडियो के सामने आने के बाद गोहाना में दलित समाज ने एक पंचायत बुलाई थी।
यह पंचायत करीब 10 दिन पहले हुई थी, जिसमें समाज के लोगों ने एकजुट होकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की थी। उनकी मांग थी कि दोषियों को सजा मिले और ऐसी घटनाओं पर रोक लगे। इस पंचायत के बाद पुलिस पर दबाव बढ़ा और प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।
मामले की तह तक जाने पर पता चला कि धनाना गांव का निवासी मोनू एक मेहनती मजदूर है। करीब एक महीने पहले वह शाम के वक्त गांव के पास हथवाला रोड पर गया था। वहां कुछ युवकों ने उस पर चोरी का शक जताते हुए बेरहमी से पिटाई की। इतना ही नहीं, हमलावरों ने उसकी पिटाई का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।
इस घटना ने दलित समाज को झकझोर दिया और उन्होंने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की गुहार लगाई। शुरुआत में पुलिस ने 2 आरोपियों को पकड़ा था, लेकिन अब 5 और लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। यह कदम न सिर्फ पीड़ित मोनू के लिए राहत की बात है, बल्कि समाज में न्याय की उम्मीद को भी मजबूत करता है।