मारुति सुजुकी इंडिया की ऑफरोडिंग स्टार जिम्नी SUV ने जापान में तहलका मचा दिया है। यह मेड-इन-इंडिया गाड़ी जापानी बाजार में इतनी लोकप्रिय हो गई है कि वहां इसकी डिलीवरी के लिए 3.5 साल तक का इंतजार करना पड़ रहा है। लेकिन भारत में इसकी कहानी कुछ और ही है।
देसी ग्राहकों के बीच जिम्नी की बिक्री उम्मीद से कहीं कम रही है। मारुति के 17 मॉडलों में से यह पिछले महीने, यानी फरवरी 2025 में, दूसरी सबसे कम बिकने वाली कार बन गई। इस दौरान जिम्नी की सिर्फ 385 यूनिट्स बिकीं, जबकि इनविक्टो की 380 यूनिट्स हाथों-हाथ गईं। खास बात यह है कि कंपनी इस गाड़ी पर भारी डिस्काउंट भी दे रही है। मार्च 2025 में जिम्नी पर 1 लाख रुपये का कैश डिस्काउंट मिल रहा है, जो इसे खरीदने का सुनहरा मौका बना सकता है।
अगर जिम्नी की सेल्स के आंकड़ों पर नजर डालें, तो पिछले छह महीनों का ट्रेंड काफी रोचक है। सितंबर 2024 में इसकी 599 यूनिट्स बिकीं, अक्टूबर में बिक्री बढ़कर 1,211 यूनिट्स तक पहुंची, नवंबर में 988 यूनिट्स और दिसंबर में 1,100 यूनिट्स का आंकड़ा रहा। लेकिन जनवरी 2025 में यह आंकड़ा लुढ़ककर 163 यूनिट्स पर आ गया, जो इसका सबसे निचला स्तर था।
फरवरी में थोड़ी रिकवरी के साथ 385 यूनिट्स बिकीं, लेकिन यह फिर भी मारुति के लिए चिंता का सबब है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय बाजार में जिम्नी की कीमत और मार्केटिंग रणनीति इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर रही है।
जिम्नी के फीचर्स की बात करें तो यह ऑफरोडिंग के शौकीनों के लिए शानदार पैकेज है। इसमें 1.5-लीटर K15B माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन है, जो 105 hp की पावर और 134 Nm का टॉर्क देता है। यह 5-स्पीड मैनुअल या 4-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती है।
गाड़ी में इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ORVMs, मल्टीफंक्शनल स्टीयरिंग व्हील, 7-इंच का स्मार्टप्ले प्रो टचस्क्रीन सिस्टम, वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले जैसे आधुनिक फीचर्स हैं। इसके अल्फा वेरिएंट में LED हेडलैंप, क्रूज कंट्रोल, 9-इंच का स्मार्टप्ले प्रो+ डिस्प्ले और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसी सुविधाएं इसे प्रीमियम बनाती हैं।
सुरक्षा के लिहाज से भी जिम्नी पीछे नहीं है। इसमें डुअल फ्रंट एयरबैग, साइड और कर्टेन एयरबैग, EBD के साथ ABS, हिल होल्ड और डिसेंट कंट्रोल जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड हैं। रिवर्स पार्किंग कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम इसे और भरोसेमंद बनाते हैं। फिर भी, भारतीय ग्राहक इसे उतना पसंद नहीं कर रहे, जिसका असर इसकी सेल्स पर साफ दिखता है। मारुति सुजुकी के लिए यह समझना जरूरी है कि जिम्नी को भारत में कैसे लोकप्रिय बनाया जाए।