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Vastu Tips : भगवान बुद्ध की मूर्ति रखने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो सकता है नुकसान

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Vastu Tips : भगवान बुद्ध का नाम सुनते ही मन में शांति और सुकून की लहर दौड़ने लगती है। उनके जीवन का संदेश और सकारात्मक ऊर्जा हर किसी को प्रभावित करती है। यही वजह है कि आजकल लोग अपने घरों में भगवान बुद्ध की मूर्ति रखना पसंद करते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से इसे सही तरीके से रखना बेहद जरूरी है? अगर सही दिशा और नियमों का ध्यान रखा जाए, तो ये मूर्ति आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आ सकती है। आइए जानते हैं कि भगवान बुद्ध की मूर्ति रखते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

मूर्ति रखने की सही दिशा चुनें

वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व होता है। भगवान बुद्ध की मूर्ति को हमेशा घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। ये दिशा सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक मानी जाती है।

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ऐसा करने से घर में सौहार्द बना रहता है और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी समझ बढ़ती है। अगर उत्तर-पूर्व दिशा में जगह न हो, तो आप इसे पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति का मुंह हमेशा घर के अंदर की ओर हो।

सही ऊंचाई का रखें ख्याल

भगवान बुद्ध की मूर्ति को कभी भी जमीन पर सीधे नहीं रखना चाहिए। इसे किसी ऊंचे स्थान जैसे टेबल, शेल्फ या मंदिर पर स्थापित करें। ऐसा करने से मूर्ति का सम्मान बना रहता है और घर में सकारात्मकता बनी रहती है।

कोशिश करें कि मूर्ति की ऊंचाई आपकी आंखों के स्तर से थोड़ी नीचे हो, ताकि आप इसे आसानी से देख सकें और उससे जुड़ाव महसूस करें।

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आसपास की साफ-सफाई है जरूरी

भगवान बुद्ध की मूर्ति जहां रखी जाए, वहां का माहौल साफ और शांत होना चाहिए। आसपास गंदगी या अव्यवस्था न हो, क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है।

मूर्ति के पास हल्की खुशबू वाली अगरबत्ती या फूल रख सकते हैं, जो माहौल को और भी सुहाना बना देगा। साफ-सफाई से न सिर्फ वास्तु का लाभ मिलता है, बल्कि मन भी शांत रहता है।

बेडरूम में रखने से बचें

कई लोग सजावट के लिए बेडरूम में भगवान बुद्ध की मूर्ति रख देते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार ये सही नहीं है। बेडरूम निजी स्थान होता है, और यहां मूर्ति रखने से उसका सम्मान कम हो सकता है।

इसे लिविंग रूम या पूजा कक्ष में रखना ज्यादा बेहतर होता है। इससे घर में आने वाले मेहमान भी इसकी सकारात्मक ऊर्जा को महसूस कर सकते हैं।

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मूर्ति का आकार और भाव चुनें

मूर्ति चुनते समय उसके आकार और भाव का भी ध्यान रखें। हंसते हुए बुद्ध की मूर्ति सुख और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है, वहीं ध्यान मुद्रा में बुद्ध की मूर्ति शांति और एकाग्रता लाती है।

घर के माहौल के हिसाब से मूर्ति चुनें और इसे ज्यादा बड़ा या भारी न लें, ताकि वो आपके घर की सजावट में खूबसूरती से घुल-मिल जाए।

अगर आप इन आसान वास्तु टिप्स को अपनाते हैं, तो भगवान बुद्ध की मूर्ति न सिर्फ आपके घर को सुंदर बनाएगी, बल्कि सुख-सौभाग्य में भी बढ़ोतरी करेगी।

तो देर किस बात की, आज ही इन बातों का ध्यान रखकर अपने घर में शांति का आलम बनाएं।

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