Ration Card : राशन कार्ड पर दर्ज परिवार के सभी सदस्यों की सितंबर तक केवाईसी करानी है। ऐसा न होने पर राशन मिलना बंद हो सकता है। शहर के राशन डीलरों को निर्देश दिए गए हैं कि तय समय में सभी कार्डधारकों का सर्वे कर रिपोर्ट सौंपें।
सूत्रों की मानें तो सितंबर के बाद सर्वे रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जानी है। इस महीने राशन वितरण न होने के कारण सर्वे का काम रुका हुआ है। राशन डीलरों के मुताबिक राशन वितरण बंद होने के बाद 20 अगस्त से फिर सर्वे शुरू होगा।
जिला पूर्ति अधिकारी विजय प्रताप के मुताबिक लखनऊ में बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं, जिनके सदस्य या तो दूसरे देशों में रह रहे हैं या कुछ का निधन हो चुका है। इसके बावजूद उनके कार्ड से हर महीने राशन लिया जा रहा है। ऐसे में राशन लेने वाले परिवार के सभी सदस्यों का सत्यापन कराया जा रहा है।
बताया गया कि सर्वे पूरा होने के बाद ही पता चल पाएगा कि लखनऊ में कितने लाभार्थियों के नाम राशन कार्ड से हटेंगे या कितने राशन कार्ड निरस्त होंगे।
वहीं इस सर्वे में यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि कितने कार्डधारक हर माह राशन ले रहे हैं और कितने राशन लेने नहीं आ रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद राशन न लेने वाले कार्डधारकों के कार्ड निरस्त किए जा सकते हैं।
लोग कह रहे हैं कि सभी सदस्यों के हर माह अंगूठा लगाने के बाद ही राशन मिलेगा। हालांकि जिला पूर्ति अधिकारी विजय प्रताप ने इन अटकलों को पूरी तरह गलत बताया है।
उनके मुताबिक केवाईसी के तहत परिवार के सभी सदस्यों को एक बार ही अंगूठा लगाना होता है। इसके बाद परिवार का कोई भी एक सदस्य कार्ड पर दर्ज सभी सदस्यों के लिए राशन ले सकता है।
छोटे बच्चों और बुजुर्गों को हो रही परेशानी
राशन कार्डधारकों की केवाईसी में सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपने बच्चों का आधार कार्ड तो बनवा लिया था, लेकिन पांच साल की उम्र पूरी होने के बाद उसे अपडेट नहीं कराया है। इसके चलते राशन की दुकान पर उनका अंगूठा नहीं लग रहा है।
अंगूठे के निशान को लेकर बुजुर्गों को भी यही परेशानी हो रही है। युवावस्था में आधार बनवाने के बाद अब बुजुर्गों के अंगूठे के निशान मेल नहीं खा रहे हैं। ऐसे बच्चों और बुजुर्गों को अपना आधार कार्ड अपडेट कराने को कहा गया है।
बढ़ती भीड़ को देखते हुए आधार ने बढ़ाया समय
राशन कार्ड के केवाईसी के चलते आधार सेवा केंद्र और जन सुविधा केंद्रों पर भारी भीड़ उमड़ रही थी। इसे देखते हुए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (आधार) ने सेवा केंद्रों पर दो घंटे और जन सुविधा केंद्रों पर चार घंटे का समय बढ़ा दिया है।