इसकी बड़ी वजह देश के बाहर कंपनी की कारों की डिमांड कम होना रही। उसने पिछले महीने उसे एक्सपोर्ट में 34% की ईयरली डिग्रोथ मिली। मारुति कारों की सेल्स इस साल बेहतर तो है, लेकिन उसे नंबर-1 की पोजीशन गंवाना पड़ी है। पिछले 2 महीने से टाटा पंच देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार रही है। जबकि इससे पहले मारुति वैगनआर, स्विफ्ट या बलेनो में इस पोजीशन पर थी।
मारुति की एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, एक्सपोर्ट में गिरावट के चलते मई 2024 में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की कुल बिक्री में गिरावट आई है। कंपनी कुल बिक्री में सालाना आधार पर 2% की गिरावट आई है। मई 2023 में उसने 1.78 लाख यूनिट बेची थीं, जो मई 2024 में घटकर 1.74 लाख यूनिट हो गई।
इस दौरान उसकी घरेलू बिक्री सालाना आधार पर 4% बढ़कर 1.57 लाख यूनिट हो गई, जो मई 2023 में 1.51 लाख यूनिट थी। जबकि, निर्यात सालाना आधार पर 34% घटकर 17,367 यूनिट रह गया, जो मई 2023 में 26,477 यूनिट था।
वैगनआर और ब्रेजा की एक भी यूनिट एक्सपोर्ट नहीं हुई
मारुति सुजुकी वैगनआर देश की नंबर-1 बैचबैक है। इसके बाद भी इसकी और ब्रेजा की अप्रैल में एक भी यूनिट एक्सपोर्ट नहीं हुई। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मारुति कारों का एक्सपोर्ट कितना कम हुआ है। इसके फीचर्स की बात करें तो इसमें नेविगेशन के साथ 7 इंच का स्मार्टप्ले स्टूडियो टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, क्लाउड-बेस्ड सर्विस, डुअल फ्रंट एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, रिवर्स पार्किंग सेंसर, एएमटी में हिल-होल्ड असिस्ट, चार स्पीकर, माउंटेड कंट्रोल्स के साथ, एक सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, स्टीयरिंग व्हील देखने को मिलता है।
यह डुअलजेट डुअल VVT टेक्नोलॉजी के साथ 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर पेट्रोल और 1.2-लीटर चार-सिलेंडर पेट्रोल इंजन से पावर प्राप्त करती है। 1.0-लीटर इंजन के लिए 25.19 kmpl माइलेज का दावा किया गया है, जबकि इसके CNG वैरिएंट (LXI और VXI ट्रिम्स में उपलब्ध) का माइलेज 34.05 किमी/किग्रा है। 1.2-लीटर के-सीरीज डुअलजेट डुअल वीवीटी इंजन की दावा की गई फ्यूल इफिसिएंसी 24.43 kmpl (ZXI AGS /ZXI+ AGS trims) है।