DA HIKE UPDATE : केंद्रीय कर्मचारियों के डीए बढ़ोतरी पर जल्द ही गुड न्यूज मिलने जा रही है जिसकी चर्चा तेजी से चल रही है. माना जा रहा है कि सरकार जल्द ही डीए में 4 फीसदी तक का इजाफा कर सकती है.
इसके बाद सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में ठीक-ठाक इजाफा देखने को मिलेगा, जो किसी बड़े तोहफे की तरह होगा. इससे पहले मार्च महीने में डीए बढ़ाया था, तभी से अभी को अब अगली बढ़ोतरी का बेसब्री से इंतजार है.
डीए बढ़ोतरी का फायदा करीब 1 करोड़ कर्मचारी और पेंशनर्स को होने जा रहा है, जिससे हर किसी की मौज आनी तय मानी जा रही है. डीए बढ़ोतरी में इजाफा किस तारीख को क्या जाएगा, इस पर तो अभी कुछ नहीं कहा गया है.
हालांकि, सितंबर के पहले सप्ताह था का दावा किया जा रहा है. मीडिया की कुछ खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा है. कितनी सैलरी बढ़ेगी, यह कंफ्यूजन आप नीचे आराम से खत्म कर सकते हैं, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी.
4 फीसदी डीए के हिसाब से कितनी बढ़ेगी सैलरी
केंद्र सरकार केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में अगर 4 फीसदी की बढ़ोतरी करेगी तो यह बढ़कर 54 फीसदी हो जाएगा. इसके बाद सैलरी में बंपर इजाफा देखने को मिलेगा. ऐसे में कर्मचारियों के मन में सवाल उठ रहा होगा कि कितने रुपये महीना की सैलरी में इजाफा होगा. इस कैलकुलेश को आप आराम से समझ सकते हैं.
जैसे किसी कर्मचारी की सैलरी 35,000 रुपये है तो 4 फीसदी डीए के हिसाब से करीब 1400 रुपये महीना की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इस हिसाब से एक साल में 16,800 रुपये का इजाफा हो जाएगा. यह बढ़ोतरी महंगाई से लड़ने में किसी बूस्टर डोज की तरह काम करेगी.
सितंबर के प्रथम सप्ताह में डीए बढ़ोतरी की चर्चा तेजी से चल रह है. हालांकि, आधिकारिक रूप से तो अभी किसी ने कुछ नहीं कहा है. मीडिया की खबरों में जल्द का दावा किया जा रहा है.
पहले कितना बढ़ा था डीए
केंद्र सरकार ने मार्च महीने में डीए 4 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया था, जिसकी दरें 1 जनवरी 2024 से प्रभावी मानी गई थी. अगर अब डीए बढ़ता है तो इसकी दरें 1 जुलाई से प्रभावी मानी जाएंगी. केंद्र सरकार हर साल 2 बार डीए में इजाफा किया जाता है.
बढ़े हुए डीए की दरें 1 जनवरी और 1 जुलाई से प्रभावी होती हैं.अगर अब डीए बढ़ाने की घोषणा की गई तो इसका फायदा 1 जुलाई 2024 से मिलेगा, जो किसी बूस्टर डोज की तरह होगी.
दूसरी तरफ सरकार फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने के लिए प्रयासरत नहीं है. कर्चमारी वर्ग फिटमेंट फैक्टर बढ़ोतरी की लंबे समय से मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार इस पर किसी तरह का विचार नहीं कर रही है.