JSW ग्रुप और MG मोटर्स की पहली कार का इंतजार सभी को है। दोनों कंपनियों मिलकर अगले 15 महीनों में 5 गाड़ियां लॉन्च करने वाली हैं। इनमें एक क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल (CUV) इस साल दिवाली पर लॉन्च की जाएगी। यह दोनों कंपनियों के बीच संयुक्त उद्यम (JV) स्थापित होने के बाद पहला लॉन्च होगा।
एमजी मोटर इंडिया के सीईओ एमेरिटस राजीव चाबा ने कहा कि 5 अपकमिंग लॉन्च में से 4 ‘मास मार्केट’ कैटेगरी में होंगे, जबकि दो को एक नए प्रीमियम चैनल के माध्यम से लॉन्च किया जाएगा।
फेस्टिव सीजन पर लॉन्च होने वाला CUV एक इलेक्ट्रिक व्हीकल होगा, जिसमें बड़ा इंटीरियर, हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और कई कनेक्टेड कार फीचर्स मिलेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, यह क्लाउड EV हो सकती है, जिसे ग्लोबल मार्केट में लॉन्च किया जा चुका है। चाबा ने कहा कि कंपनी अब त्वरित विकास पथ पर है और हम अगले 3-5 सालों में क्षमता को 3 लाख तक बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसका अधिकांश हिस्सा इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए होने की संभावना है।
राजीव चाबा ने बताया कि हमारा पहला लॉन्च एक फीचर-लोडेड, इंटेलिजेंट क्रॉसओवर SUV होगा, जिसे आराम और उपयोगिता दोनों के लिए डिजाइन किया गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि मौजूद वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यात्री वाहन की बिक्री में वृद्धि धीमी हो गई थी, लेकिन उनका मानना है कि उद्योग के पास मजबूत बुनियादी एलिमेंट हैं। आने वाली तिमाहियों में बेहतर वृद्धि देखेंगे। खासकर आगामी त्योहारी सीजन और नई कार लॉन्च के साथ।
चाबा ने कहा कि एमजी की डीलर इन्वेंट्री 35-40 दिनों की है, जो उद्योग के औसत 60 दिनों से कम है, लेकिन हमें इसे 30 दिनों से कम करने और डीलर नेटवर्क को फिर से सक्रिय करने की आवश्यकता है, क्योंकि हमें अपने डीलर नेटवर्क का विस्तार करना है ताकि हम नए उत्पादों की मांग को आकर्षित कर सकें। जब हम इलेक्ट्रिक कारों की तुलना हाइब्रिड से करते हैं तो हमें माइल्ड और स्ट्रांग प्लग इन हाइब्रिड के बीच स्पष्ट अंतर करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि हमें प्लग इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के रूप में माइल्ड हाइब्रिड तकनीक की पेशकश करके लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए। कंपनी प्रमुख ने सरकार से इलेक्ट्रिक कार पर सबसे कम और इसके बाद माइल्ड हाइब्रिड और फिर स्ट्रांग हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स कम करने की मांग की है। चाबा को उम्मीद है कि घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री इस वित्त वर्ष में 30% बढ़कर 120,000 कारें हो जाएगी।