PM Kisan Nidhi 18th Installment : पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त का इंतजार सभी बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं. सरकार की तरफ से जल्द ही 2,000 रुपये की 18वीं किस्त जारी की जाएगी, जिसे लेकर हर किसी के चेहरे पर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.
क्या आपको पता है कि अगली किस्त को लेकर कुछ ऐसे जरूरी नियम बनाए गए हैं, जिन्हें इग्नोर करना आपके लिए किसी बड़े झटके की तरह होगा. सरकार ने अगली किस्त के लिए कुछ ऐसे नियम बना दिए हैं, जिन्हें फॉलो नहीं करने पर आपका पैसा बीच में ही लटक जाएगा, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
अगर आप अगली किस्त का लाभ लेना चाहते हैं को पहले कुछ जरूरी बातों को समझ लें और महत्वपूर्ण कार्यों को करवा लें. माना ज रहा है कि सर कार सितंबर के आखिरी या फिर अक्तूबर के पहले सप्ताह में 2,000 रुपये की किस्त जारी कर सकती है.
हालांकि किस्त की जारी करने की तारीख पर अभी कुछ नहीं कहा है. पहले कुछ जरूरी बातें नीचे जान सकते हैं.
किस्त के लाभ को जानिए जरूरी बातें
अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त का फायदा प्राप्त करना चाहते हैं तो पहले कुछ जरूरी बातों को समझना होगा, जिससे किसी तरह की प्रॉब्लम नहीं होगी. इसके लिए सबसे पहले तो ई-केवाईसी का काम करवाना होगा.
यह एक ऐसी प्रक्रिया मानी जाती है, जिससे आधार कार्ड, मोबाइल नंबर आदि की पुष्टि हो जाती है. ई-केवाईसी करवाने के लिए आपको कहीं भी धक्के खाने की जरूरत नहीं होगी.
आप घर बैठे यह काम करवा सकते हैं. घर के पास ही जन सेवा केंद्र पर जाकर यह काम आसानी से करवा सकते हैं. ई-केवाईसी फॉर्म भरने के साथ बायोमेट्रिक के तहत अपनी पहचान की जानकारी जुटानी होगी.
जानिए कैसे करें जमीन का सत्यापन?
पीए किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े लोग अगली किस्त प्राप्त करना चाहते हैं तो ई-केवाईसी के साथ-साथ जमीना का सत्यापन करवाना जरूरी होगा. आपने जमीना का सत्यापन नहीं करवाया तो फिर किस्त का पैसा भी बीच में लटक जाएगा, जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
जानकारी के लिए बता दें कि सरकार अभी तक पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2,000 रुपये की 17 किस्तें जारी कर चुकी है.सभी को अब अगली किस्त का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है.
माना जा रहा है कि सरकार सितंबर के आखिर या अक्तूबर के पहले सप्ताह में किस्त का पैसा जारी कर सकती है. इससे किसानों को इस योजना का फायदा मिल जाएगा. आप जरूरी काम करवा लें, नहीं तो वंचित रहना तय माना जा रहा है.