Post Office Scheme : अगर आप सीनियर सिटीजनन हैं तो फिर चिंता ना करें, क्योंकि सरकार की तरफ से ऐसे लोगों के लिए भी कई धाकड़ स्कीम चलाई जा रही हैं. सीनियर सिटीजन को मालामाल बनाने के लिए पोस्ट ऑफिस की एक स्कीम किसी वरदान की तरह साबित होगी.
स्कीम ऐसी कि निवेश करने के बाद पांच साल तक मुड़कर ना देखें और फिर एक मुश्त इतनी रकम मिल जाएगी कि आपका बुढ़ापा संवर जाएगा. इस स्कीम से नौकरी पेशे से रिटायर हुए लोग ज्यादा जुड़ते हैं. पोस्ट ऑफिस की पॉलिसी का नाम भी सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम है, जो हर किसी को अमीर बनाने के लिए काफी है.
आपने स्कीम में निवेश करने का अवसर हाथ से निकाला तो फिर पछतावा करना होगा. इस स्कीम में निवेश करने पर सीनियर सिटीजन को बंपर ब्याज मिलता है. ब्याज भी इतना कि अपना सारा खर्च आराम से चला सकते हैं. सीनियर सिटीजन को स्कीम से जुड़ने के बाद किसी पर आश्रित नहीं रहना होगा.
इसलिए जरूरी है कि आप पहले स्कीम से जुड़ी महत्वपूर्ण शर्तें जान लें, जिससे आपका सब कंफ्यूजन खत्म हो जाएगा.
सीनियर सिटीजन से जुड़ी जरूरी बातें
भारत की बड़ी संस्थाओं में गिने जाने वाली पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम हर किसी के लिए मालदार बनने के रास्ते खोल रही है. इस स्कीम में 5 साल तक फिक्स्ड अमाउंट डिपॉजिट करने की जरूरत होती है.
इस योजना में मैक्सिमम 30 लाख रुपये तक का निवेश करने की जरूरत होगी. निवेश करने के दिन से ही आपको इसमें ब्याज की राशि मिलनी शुरू हो जाएगी. वर्तमान परिस्थितियों में सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में निवेशकों को 8.2 प्रतिशत ब्याज का फायदा मिल रहा है, जिस मौके का आप लाभ आराम से उठा सकते हैं, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी.
जैसा निवेश वैसा ही रिटर्न नागरिकों को मिलेगा. इसलिए जरूरी है कि आप तनिक भी मौका हाथ से ना जाने दें.सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में आप 5 साल के लिए 30 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो 8.2 प्रतिशत के हिसाब से 12,30,000 रुपये तक का ब्याज आराम से मिल जाएगा.
इस हिसाब से आपको 5 साल बाद 42,30,000 रकम मिलेगी, जो आपको अमीर बनाने के लिए काफी है.
सीनियर सिटीजन के लिए ही मौका
पोस्ट पोस्ट की धमाकेदार स्कीम में केवल सीनियर सिटीजन को हो मौका है, जो अवसर हाथ से ना जाने दें. स्कीम से केवल वही शख्स जुड़ सकता है कि जिसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है. हालांकि, सिविल सेक्टर और डिफेंस के कर्मचारी को कुछ शर्तों के साथ छूट भी दी जा रही है.
इस स्कीम को 5 साल ही नहीं बल्कि तीन आसल आगे भी आराम से बढ़ाया जा सकता है.एक्सटेंडेड अकाउंट पर मैच्योरिटी की तारीख से ब्याज दर सिंपल तरीके से लागू हो जाएगी, जिसे जानना बहुत ही आवश्यक होगा. विशेषता है कि इसमें आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का फायदा मिल जाएगा. इसलिए हाथ से बिल्कुल भी अवसर नहीं जाने दें.