Smart Meter : चोरी रोकने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के सर्वे ने रफ्तार पकड़ ली है। जिले में पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके अलावा घरों में जाने वाली केबल भी बदली जाएंगी। जिले में साढ़े आठ लाख बिजली उपभोक्ता हैं।
इन उपभोक्ताओं के घरों में लगे पुराने मीटर बदलकर उनकी जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। घरों में जाने वाले तार की जगह आर्मर्ड केबल लगाई जाएगी, जिसके टूटने का खतरा नहीं रहेगा।
अवर अभियंता सदर आकाश वर्मा ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए पोलरेस इंस्टीट्यूट को नामित किया गया है, जिसके कर्मचारी हरदोई, शाहाबाद, ग्रामीण और संडीला क्षेत्र में सर्वे का काम कर रहे हैं।
सर्वे का काम 10 फीसदी तक पूरा सर्वे का काम 10 फीसदी तक पूरा हो चुका है। बताया कि सर्वे करने के बाद पहले चरण में पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्मार्ट मीटर लगने से बिजली चोरी पूरी तरह रुक जाएगी। लोकल फाल्ट पर अंकुश लगेगा।बताया कि उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कराना होगा।
बिना भुगतान किए उपभोक्ता बिजली का उपयोग नहीं कर सकेंगे। बिजली विभाग को वसूली के झंझट से मुक्ति मिलेगी।
साथ ही उपभोक्ताओं को अपने बिजली बिल को सही करवाने या भुगतान के लिए बिजली विभाग के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।