Punjab National Bank Hikes MCLR : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) खाताधारकों के मामले में देश में दूसरे स्थान पर आता है. पीएनबी खाताधारकों की बड़ी संख्या को देखते हुए समय-समय पर कुछ बड़े अपडेट भी जारी करता रहता है जिससे किसी को दिक्कत ना हो.
अगर आप पीएबनी अकाउंट होल्डर्स हैं तो फिर यह खबर किसी बड़े झटके की तरह है. पीएनबी ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका देते हुए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंटस यानी 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का ऐलान कर दिया है.
इसकी बढ़ोतरी के बाद अब खाताधारकों पर लोन की ईएमआई की राशि बढ़ जाएगी, जिसका असर सीधे आपकी जेब पर पड़ने वाला है. बढ़ी हुई नई दरें भी 1 अगस्त 2024 से लागू हो चुकी हैं, जो किसी बड़े नुकसान की तरह है.
पीएनबी ने आधिकारिक रूप से भी इसकी पुष्टि कर दी है. एससीएलआर की बढ़ोतरी का सीधा प्रभाव लोन ग्राहकों के ऊपर पड़ता है. बाकी इससे संबंधित बातें जानने के लिए नीचे पढ़ सकते हैं.
एमसीएलआर पर जानिए ताजा अपडेट
पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी ने एक बाड़ी जानकारी दी है. पीएनबी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में पंजाब नेशनल बैंक ने जानकारी देते हुए कहा कि अधिकतर एक वर्षीय अवधि का एमसीएल आर अब 8.85 प्रतिशथ से बढ़ाकर 8.90 करने का फैसला कर दिया है.
इसका असर अब ऐसे खाताधारकों के ऊपर पड़ेगा, जिन्होंने ऑटो लोन, पर्सनल लोन आदि ले रखे हैं. ऑटो लोन के पर ही अधिकतर साल का एमसीएलआर ही निर्धारित किया जाता है.तीन साल की अवधि एमसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया गया है.
9.15 प्रतिशत से बढ़कर 9.20 प्रतिशत से बढ़कर 9.20 प्रतिशत पर दर्ज किया गया है. इसके साथ ही बैंक के एक महीने, तीन और छह महीने की समय-सीमा का एमसीएलआर 8.35 प्रतिशत से लेकर 8.55 प्रतिशत के बीच निर्धारित की गई है.
अगर आप इस दायरे में आते हैं तो पहले कुछ जरूरी बातों को समझना होगा. इस बैंक ने भी कर दिया बड़ा बदलावपंजाब नेशनल बैंक से पहले बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स में इजाफे की घोषणा कर दी थी.
इसके साथ ही बैंक में अपने एक साल की समय-सीमा के लिए एलसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था. इसमें 8.95 प्रतिशत पहुंच गया था.
बाकी समय-सीममा एमसीएलआर में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया गया था. बैंक ऑफ इंडिया नई दरें भी 31 जुलाई 2024 से लागू हैं. इसका असर भी सीधा ग्राहकों की जेब पर भी पड़ेगा.