Ghuspaithiya Movie : चौंकाने वाले ट्विस्ट और टर्न के साथ, उर्वशी-विनीत की फिल्म में देखें इंटरनेट का डार्क साइड
Ghuspaithiya Movie : फिल्म की कहानी एक ऐसे काबिल पुलिस ऑफिसर के बारे में है जिसे यूपी पुलिस की इंजेलीजेंस विंग में काम करने मौका मिलता है। रवि राणा नाम के इस पुलस अफसर ने एक वक्त पर कभी रिश्वत ना लेने और ईमानदारी से नौकरी करने की कसम खाई थी।
लेकिन फिर उसे आभा (उर्वशी रौतेला) से प्यार हो जाता है जो कि निहायती खूबसूरत हैं। रवि जब शादी की बात करने जाता है तो आभा के पिता यह कहकर इनकार कर देते हैं कि ईमानदार पुलिस वाले से शादी करके मेरी बेटी तंगहाली में जिंदगी गुजारेगी।
दोनों शादी करते हैं और फिर रवि धीरे-धीरे रिश्वत लेना और करप्शन करना शुरू कर देता है। क्योंकि उसका बड़ा अफसर भी पावर और पैसे का भूखा है, तो वह रवि को फोन टैपिंग का काम पकड़ा देता है जिसके जरिए उसे IG और बाकी अधिकारियों की नब्ज पकड़नी है। रवि अपने अधिकारियों का काम करने के दौरान खुद भी बीच में जमकर पैसा खाता है। रवि को लोगों का फोन टैप करके उनकी बातें सुनने में खूब मजा आ रहा होता है लेकिन एक दिन उसके होश उड़ जाते हैं जब वो फोन टैपिंग के दौरान अपनी पत्नी (आभा) को किसी शख्स से बात करते सुनता है।
धीरे-धीरे रवि को पता चलता है कि आभा का चरित्र खराब नहीं है, बल्कि कोई है जो उसके MMS और कॉल रिकॉर्डिंग के दम पर उसे ब्लैकमेल कर रहा है। दरअसल फेसबुक पर लाइक्स और फेम की भूखी आभा ने कई ऐसे लोगों को अकाउंट में जोड़ लिया होता है जिन्हें वो जानती भी नहीं है। इन्हीं में एक होता है वो हैकर (अक्षय ओबेरॉय) जो आभा जैसी लड़कियों का फायदा उठाता है। अंशुमन नाम का यह लड़का आभा को ऐसे गिफ्ट भेजता है जिनमें कैमरे लगे हुए हैं और फिर वो उसकी अश्लील तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड कर लेता है।
अब रवि का बस एक ही मकसद है। आभा को इस हैकर के चंगुल से निकालना और उसे सबक सिखाना। लेकिन सिचुएशन तब बिगड़ जाती है जब यह हैकर रवि का कंप्यूटर हैक करके उसके तमाम सीक्रेट्स के दम पर उसे भी ब्लैकमेल करना शुरू कर देता है। क्या रवि खुद को और अपनी पत्नी को इस जाल से निकाल पाएगा? अगर हां तो कैसे? और रवि और उसकी पत्नी का रिश्ता इस सबके बीच किस तरह प्रभावित होगा? ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह फिल्म ‘घुसपैठिया’ देखनी होगी।
फिल्म ‘घुसपैठिया’ में क्या है पॉजिटिव?
गैंग्स ऑफ वासेपुर, मुक्काबाज और सांड की आंख जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे विनीत कुमार सिंह ने अपना काम बखूबी किया है। उर्वशी रौतेला भी फेसबुक फेम की भूखी लड़की के किरदार में फिट बैठी हैं। फिल्म में किरदारों की डबिंग की हुई आवाज थोड़ी खटकती जरूर है, लेकिन लगातार बांधे रखने वाली कहानी की वजह से आपका ध्यान उस पर बहुत ज्यादा नहीं जाता। सुशी गनेशन ने कैमरा पर कमांड रखा है और शूटिंग के लिए वैसी लोकेशन्स को चुना है जो कहानी को सपोर्ट करते हैं। फिल्म में लगातार सस्पेंस बना रहता है जो कि आपको बोर नहीं होने देता और दर्शक लगातार इस उधेड़बुन में लगे रहते हैं कि आखिर में नतीजा क्या निकलेगा।
कहां मात खाई उर्वशी रौतेला की फिल्म?
फिल्म के निगेटिव पॉइंट्स की बात करें तो दमदार कहानी होने के बावजूद कई जगहों पर माइनर डिटेलिंग खटकती है। फिल्म के गानों में खास दम नहीं है, हालांकि रवि राणा की एंट्री पर बजने वाला रैप सॉन्ग काफी मस्त फील देता है। उर्वशी रौतेला के एक्सप्रेशन्स कुछ सीन्स में जमते नहीं हैं। बैकग्राउंड म्यूजिक ठीक-ठाक रहा है लेकिन इसके बेहतर हो सकने की पूरी गुंजाइश नजर आती है। फिल्म सोशल मीडिया की दीवानी इस पीढ़ी को सीख तो देती है लेकिन साथ ही कई जगहों पर ऐसा लगता है जैसे लॉजिक को ताक पर रख दिया गया है। कुल मिलाकर अगर आप कुछ नई तरह की और सस्पेंस-थ्रिलर से लबरेज फिल्म देखने का सोच रहे हैं तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।