गुस्से में आकर दोस्त को मारने की कोशिश, Vikrant Massey का ये किस्सा है बेहद दिलचस्प

एक्टर को यह नहीं मालूम था कि लड़का मिर्गी का मरीज है। इस घटना ने विक्रांत की लाइफ को बदल दिया। इसके बाद उन्होंने फिर कभी भी अपनी ओर से हिंसा नहीं की। इंटरव्यू में एक्टर ने कहा कि इस घटना के बाद वे हमेशा ही लड़ाई का शिकार होने वाले ही व्यक्ति होंगे, क्योंकि उन्हें इस घटना से पता चल गया था कि वह कितना दूसरे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

स्कूल में लड़के को मारा

‘प्रखर के प्रवचन’ पॉडकास्ट में विक्रांत मैसी ने ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ फिल्म पर खुलकर बात की। साथ ही, फिल्म में अपने रिशु के रोल के बारे में भी बताया कि कैसे वह किरदार अपनी हिंसक प्रवृत्ति को पहचानता है और उसे दबाने की कोशिश करता है। पॉडकास्ट में विक्रांत ने कहा, ‘मैं अपनी लाइफ का एक्सपीरियंस बताता हूं।

मैं स्कूल में कराटे कर रहा था, तभी मैं आक्रामक हो गया और खुद को अजेय महसूस करने लगा। छुट्टी के दौरान मैंने एक लड़के को जबड़े पर मुक्का जड़ दिया। यह भी नहीं सोचा कि वह मिर्गी की बीमारी से पीड़ित है।’

जान जा सकती थी लड़के की

एक्टर ने आगे बताया कि मैंने देखा कि लड़के के मुंह से झाग निकल रहा है और वह बेहोश हो रहा था। तभी उसका बड़ा भाई वहां आया और उसने मुझे लेफ्ट, राइट और सेंटर, हर जगह पर मारा। यह सब चीजें कुछ सेकंड्स में ही हुईं। जब उसने मुझे पीटा तो मुझे दर्द महसूस नहीं हुआ, क्योंकि उस समय मैं डरा हुआ था कि मेरे पंच से लड़के की जान भी जा सकती थी।

मैंने कराटे करना छोड़ दिया, क्योंकि मुझे महसूस होने लगा कि मैं किसी को मार भी सकता हूं। इसके बाद लड़ाई के दौरान मुझे ही पीटा जाता था, क्योंकि मैंने फिर कभी भी हाथ नहीं उठाया।

फिर कभी नहीं उठाया हाथ

एक्टर विक्रांत मैसी ने कहा कि मैंने फिर कभी किसी पर हाथ नहीं उठाया, क्योंकि उस लड़के के मुंह से निकलने वाली झाग मुझे अभी तक याद है। बाद में अपने कुछ दोस्तों की वजह से मैं कुछ लड़ाई में जरूर पड़ा, लेकिन कभी भी अपना हाथ नहीं उठाया। बता दें कि हाल ही में विक्रांत मैसी और तापसी पन्नू की ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ का ट्रेलर लॉन्च हुआ है। यह फिल्म साल 2021 में आई हसीन दिलरुबा फिल्म का सीक्वल है।

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