चरखी दादरी में असावरी माइनर झोझूकलां-मैहड़ा के बीच शनिवार सुबह करीब चार बजे ओवरफ्लो होने के बाद टूट गई। इससे माइनर का पानी किसानों के खेतों में भर गया जिसके चलते उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है। किसानों ने कराीब 10 एकड़ फसल में पानी भरने पर प्रशासन से मुआवजा दिलाने की मांग की है।
वहीं, माइनर टूटने की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और माइनर के क्षतिग्रस्त हिस्से को ठीक करने की कवायद शुरू की। माइनर टूटने का कारण आगे निर्माण कार्य पूरा न होना और पीछे से पानी छोड़ देना है।
बता दें कि झोझूकलां-मैहड़ा माइनर की क्षमता 32 क्यूसेक है और इसका निर्माण वर्ष 1977 में हुआ था। पांच साल पहले इसकी मरम्मत करवाई गई थी। इस माइनर पर 27 नंबर बुर्जी के पास काम पूरा नहीं हो पाया जबकि विभाग ने पीछे से 10 क्यूसेक पानी छोड़ दिया। इसके चलते झोझूकलां और मैहड़ा के बीच माइनर ओवरफ्लो हो गई और कुछ देर बाद ही एक पटरी में कटाव पड़ गया।
इसके चलते माइनर का पानी खेतों में भरने लगा। माइनर टूटने का पता चलते ही किसान मौके पर पहुंचे और सिंचाई विभाग को सूचित कर पीछे से पानी बंद करवाया। किसानों का कहना है कि विभाग की लापरवाही से करीब दस एकड़ में पानी भरा है जिससे उन्हें नुकसान हुआ है।
पिंटू, परमवीर, पवन, दिलसुख, सुमेर सिंह, बिल्लू, राजू, सीटू, रविंद्र, सुरेंद्र, रणसिंह व कर्मबीर आदि ने विभाग से माइनर की सुध लेने की मांग की। वहीं, किसान पवन, सुमेर सिंह और राजबीर ने बताया कि उनके खेतमाइनर के पास होने के चलते ज्यादा पानी भर गया।