बलाली गांव अपनी लाडली विनेश फौगाट का चैंपियन की तरह स्वागत करेगा। फिलहाल, ग्रामीणों को विनेश के पैतृक गांव लौटने का इंतजार है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी नजर में विनेश ओलंपिक पदक विजेता है। पेरिस से वह रजत पदक लेकर लौटती हैं तो उनकी खुशी दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे गांव को होनहार बेटी की उपलब्धियों पर गर्व है।
शुक्रवार को भी बलाली गांव में लोग विनेश फौगाट प्रकरण को लेकर बातचीत करते नजर आए। इतना ही नहीं, उनकी निगाहें मामले की सुनवाई पर भी रहीं। हालांकि, ओलंपिक खत्म होने के बाद विनेश मामले में फैसला देने की बात सामने आने पर ग्रामीणों का इंतजार बरकरार रहा। बलाली सरपंच रितिका व सरपंच प्रतिनिधि बिंद्राज समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि विनेश के गांव लौटने का इंतजार है। दुर्भाग्यवश विनेश को अयोग्य घोषित किया गया। इस वक्त पूरा गांव बेटी के साथ है।
गांव के मौजिज लोगों ने बताया कि सांगवान खाप भी 11 को इस मसले पर पंचायत करेगी। इसमें विनेश फौगाट के लौटने पर सम्मानित करने का निर्णय भी लिया जा सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि सांगवान खाप की ओर से आयोजित होने वाली पंचायत की सूचना उन्हें मिल चुकी है।
कुश्ती हॉल में युवाओं ने शुरू किया अभ्यास
बलाल स्थित इनडोर कुश्ती हॉल में युवाओं ने फिर से अभ्यास शुरू कर दिया है। शुक्रवार को भी यहां युवा पहलवानों ने सुबह व शाम की दोनों शिफ्ट में कुश्ती का अभ्यास किया। यहां भी युवाओं के बीच विनेश मामले को लेकर चर्चा रही।
साजिश की शिकार नहीं हुई विनेश, हुड्डा चमका रहे राजनीति : महाबीर फौगाट
द्रोणाचार्य अवाॅर्डी पहलवान महाबीर फौगाट ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर फिर से विनेश फौगाट मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विनेश को फेडरेशन के नियमानुसार अयोग्य घोषित किया गया। वह राजनीति की शिकार नहीं हुई है। इस मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेकीं जा रही हैं। यह सही नहीं है।
महाबीर फौगाट झोझूकलां स्थित वीएमपीएस स्कूल में शुक्रवार दोपहर मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान विनेश को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित करने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कई राजनेता इस मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि उन्हें कुश्ती के नियम तक नहीं पता हैं।
सभी पहलवान इस नियम से वाकिफ हैं। जो हुआ है वह नियमानुसार ही है। हालांकि, विनेश की अपील पर सुनवाई पूरी होने तक उन्हें पदक की आस है। द्रोणाचार्य अवाॅर्डी ने कहा कि अभी उनकी विनेश से फोन पर बातचीत नहीं हुई है। इसके चलते अभी यह नहीं पता है कि वह कब वापस लौटेगी। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि फैसला विनेश के हक में आएगा। वह रजत पदक लेकर देश लौटेगी।
एक रात पहले केले और जूस का सेवन करने से बढ़ा होगा वजन
महाबीर फौगाट ने बताया कि शुक्रवार को भी उन्होंने विनेश को कॉल की, लेकिन बात नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि निर्णायक बाउट से एक दिन पहले विनेश ने केला और जूस का सेवन किया था। यह विनेश का वजन बढ़ने का कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि दल के सदस्यों ने वजन कम करने का हरसंभव प्रयास किया,लेकिन बात नहीं बनी। 100 ग्राम वजन अधिक होने के चलते विनेश को अयोग्य घोषित किया गया।
मनाने का हर संभव प्रयास करेंगे
महाबीर फौगाट ने बताया कि विनेश अभी मानसिक रूप से परेशान है। इससे उबरने में कुछ समय लगेगा। विनेश जब सामान्य हो जाएगी तो सभी परिजन मिलकर उसे संन्यास का फैसला वापस लेने के लिए मनाने का प्रयास करेंगे। उन्हें पूरा विश्वास है कि विनेश परिवार की बात मानेगी और वर्ष 2028 में फिर से देश का प्रतिनिधित्व करने पर सहमत हो जाएगी।