सिवानी मंडी के एक आयरन स्टोर में शनिवार देर रात आग लग गई। समय पर आग पर काबू न पाने से आग साथ लगते गोदाम में भी फैल गई। आग पर काबू के लिए हिसार व भिवानी से भी दमकल की गाड़ियों को बुलाना पड़ा। करीब साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह से बुझाया जा सका। इस घटना में स्टोर व गोदाम में रखा लाखों रुपये का सामान जल गया।
जानकारी के अनुसार गांव गोठड़ी निवासी अनिल का मुख्य मार्ग हिसार राजगढ़ रोड पर मंडी मोड़ के नजदीक आयरन स्टोर है। स्टोर के साथ लगते ही मकान में उसने गोदाम बना रखा है। अनिल ने बताया कि वह शनिवार रात करीब साढ़े 8 बजे स्टोर बंद करके घर गया था।
रात करीब 1 बजे उसके पास स्टोर के पास बने एक ऑफिस के कर्मचारी का फोन आया कि उसके स्टोर में से धुआं निकल रहा है। सूचना पाकर वह तुरंत मौके पर पहुंचा। साथ ही उसने दमकल विभाग को भी सूचित कर दिया। मौके पर जाकर उसे स्टोर खोला तो वहां आग लगी हुई थी। उसने स्टोर के ऊपर कमरे बनाकर किराये पर दे रखे हैं। उसमें एक परिवार रह रहा है। तब तक वह भी सकुशल नीचे आ गया था। इस मकान में छपार निवासी सोनू अपने दो बच्चों के साथ रह रहा है।
एक घंटे तक नहीं पहुंची दमकल तो पुलिस वालों ने जाकर उन्हें उठाया
अनिल के मुताबिक वह करीब एक घंटे तक दमकल वालों को फोन करते रहे, लेकिन कोई मौके पर नहीं पहुंचा, जबकि दमकल केंद्र घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर है। इसी बीच प्राइवेट पानी के टैंकर की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। धीरे-धीरे आग फैलती चली गई और स्टोर से गोदाम तक पहुंच गई। यही नहीं स्टोर बने मकान में रखा सिलिंडर भी आग की चपेट में आकर फट गया, जिससे आग तेजी से फैलने लगी।
इसी बीच पुलिस वाले दमकल केंद्र पहुंचे और वहां जाकर उन्हें उठाया। जब फायर ब्रिगेड की गाड़ी यहां पहुंची तो उसमें नाम मात्र का ही पानी बचा हुआ था, जिसकी वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया। इस पर हिसार व भिवानी से दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। इन गाड़ियों के आने के बाद साढ़े तीन घंटे में आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका। मगर तक सब कुछ जलकर राख हा चुका था।
आसपास घर भी किए खाली
आग का विकराल रूप देखकर आसपास के लोग भी अपने घरों से सिलिंडर व अन्य सामान को बाहर ले आए। यही नहीं लोगों को अपनी पूरी रात रोड पर ही बितानी पड़ी। इस वजह से पूरी रात बिजली भी बाधित रही। रविवार सुबह किसान संगठनों के नेता भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित को उचित मुआवजा देने की मांग की।