जब विनेश 17 तारीख को वापस आएंगी तो हम उनका गोल्ड मेडलिस्ट की तरह स्वागत करेंगे। हम उन्हें 2028 ओलंपिक की तैयारी के लिए मनाने की कोशिश करेंगे। हम संगीता फोगट और रितु फोगट को भी 2028 ओलंपिक के लिए तैयार करेंगे।
बता दें कि महाबीर का परिवार पिछले करीब 30 सालों से कुश्ती में है। पहले वह स्वयं कुश्ती लड़ते थे तो वर्ष 2000 में बेटी गीता, बबीता, संगीता और रितू समेत भतीजी विनेश और प्रियंका फोगाट को उन्होंने अखाड़े में उतार दिया।
महाबीर का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने का सपना तो बेटियों और भतीजी विनेश ने पूरा कर दिया जबकि ओलंपिक पदक का सपना अभी बरकरार है। खेल पंचाट का निर्णय पक्ष में आने से ये सपना पूरा होने की उम्मीद थी जो बुधवार शाम धूमिल हो गई। इससे जहां देश को पदक का नुकसान हुआ तो वहीं विनेश का सपना पूरा होते-होते रह गया।