इन छोटे-छोटे सफेद बीजों में काफी ज्यादा मात्रा में न्यूट्रिशन होता है। तभी तो प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को पीसकर खसखस दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खसखस को अगर रोजाना खाया जाए तो ये हार्ट को हेल्दी रखने के साथ ही इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से भी छुटकारा दिलाता है। जानें खसखस खाने के फायदे।
खसखस में हैं कमाल के न्यूट्रिशन
खसखस में मोनोसैचुरेटेड फैट की मात्रा 0.7 ग्राम होती है। वहीं ओमेगा 3 फैटी एसिड 115 मिली ग्राम साथ ही ओमेगा 6 फैटी एसिड करीब 1358 मिलीग्राम होती है। साथ ही प्रोटीन करीब 1.6 ग्राम और डायटरी फाइबर 1.6 ग्राम होता है। मैग्नीनिशियम, फास्फोरस, आयरन के साथ ही कैल्शिमय करीब 126 मिलीग्राम होता है।
गट हेल्थ के लिए खसखस के फायदे
खसखस को डाइट में रोजाना खाया जाए तो ये गट हेल्थ को इंप्रूव करता है। साथ ही बाउल मूवमेंट को आसान बनाता है। जिसकी वजह से इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या ठीक होती है। वहीं जिन लोगों को खाना खाने या कुछ हैवी पीने के बाद ही पेट में दर्द होने लगता मोशन जाने का एहसास होता है। उन्हें खसखस जरूर खाना चाहिए।
कैसे करें खसखस का इस्तेमाल
खसखस को रोजाना डाइट में शामिल करने के लिए आप आसानी से चटनी बनाकर खा सकते हैं
या फिर, एक चम्मच खसखस के बीज को छाछ में मिलाकर पिएं।
खसखस के बीज को मिश्री के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
खसखस के बीजों में वो सारे जरूरी मिनरल्स होते हैं जो हार्ट को हेल्दी रखते हैं। अगर इन्हें आप रोजाना खा रहे हैं तो ये हार्ट हेल्थ को भी हेल्दी रखते हैं।
स्किन और बालों के लिए अच्छा
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने की वजह से पॉपी सीड्स खाने से स्किन यूथफुल दिखती है और बालों की ग्रोथ होती है। प्रीमेच्योर एजिंग रोकने के साथ स्किन को रेडिएंट बनाने का काम करती है खसखस।
हड्डियों को बनाती है मजबूत
जिन लोगों की हड्डियां कैल्शियम की कमी होती है। उनके लिए खसखस फायदेमंद होता है। इसमे कैल्शियम की अच्छी खासी मात्रा होती है। जो शरीर में इस कमी को दूर कर देता है।
महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ाता है
जिन महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या होती है उन्हें जिंक, कैल्शियम और आयरन की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में खसखस के बीज रिप्रोडक्टिव हेल्थ को बढ़ाने में मदद करते हैं और महिलाओं को कंसीव करने में ज्यादा आसान हो जाता है।