अचार के शौकीन हो जाएं सावधान, ये अचार हो सकता है आपके लिए जानलेवा

खाने के साथ परोसा गया अचार ना सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाता है बल्कि व्यक्ति की भूख भी बढ़ा देता है। भारतीय परिवारों में अचार के लिए देखी जाने वाली इस क्रेविंग को देखते हुए घर की महिलाएं हर सीजन में अलग-अलग तरह की सब्जियों का अचार पूरे साल के लिए बनाकर डाल देती हैं।

साल भर के लिए अचार बनाकर स्टोर करने का रिवाज दादी-नानी के जमाने से चला आ रहा है। जहां यह माना जाता है कि अचार जितना पुराना होगा, उसका स्वाद उतना ही ज्यादा अच्छा होता रहता है। अगर अब तक आप भी ऐसा मानते आए हैं तो हो सकता है डॉक्टरों की यह बात सुनकर अपनी राय बदलने पर मजबूर हो जाए।

जी हां, डॉक्टरों की मानें तो पुराना अचार खाने से स्वाद भले ही बढ़ता हो लेकिन सेहत जरूर खराब हो सकती है। लंबे समय पहले डाला गया अचार खाने से व्यक्ति के लिए कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। कैंसर इम्‍यूनोथेरेप‍िस्‍ट, डॉ. जमाल ए. खान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके यह बड़ी जानकारी शेयर की है।

क्या कहते हैं डॉक्टर?

कैंसर इम्‍यूनोथेरेप‍िस्‍ट और द डेनवैक्‍स क्‍लीन‍िक के फाउंडर डायरेक्‍टर, डॉ. जमाल ए. खान का कहना है कि अचार जितना पुराना होगा वो आपके शरीर में कैंसर जैसे रोग को बढ़ाने का खतरा उतना ही ज्यादा पैदा कर सकता है। डॉ. जमाल कहते हैं कि ज‍िन परिवारों में अचार का सेवन बहुत ज्‍यादा किया जाता है, उन लोगों में कैंसर के मामले ज्‍यादा देखे गए हैं।

पुराना अचार कैसे पहुंचाता है सेहत को नुकसान?

कैंसर इम्‍यूनोथेरेप‍िस्‍ट, डॉ. जमाल ए. खान का कहना है कि अचार ज‍ितना पुराना होता है, वह उतने ही ज्यादा फ्री रेड‍िकल्‍स पैदा करने लगता है। दरअसल अचार जैसा ऐसा कोई भी फूड जो ड‍िकेड हो रहा हो फ्री रेड‍िकल्‍स बहुत बनाते हैं। अचार भी उसमें डाले जाने वाले मसालों की वजह से ड‍िकेड हो रहा होता है।

ऐसे में लंबे समय तक स्‍टोर करके रखा गया अचार फ्री रेड‍िकल्‍स बहुत ज्‍यादा बनता है। डॉ. जमाल ने बताया कि यहां फ्री रेड‍िकल्‍स का मतलब है, ऐसी चीज जो भोजन से ऑक्‍सीजन को निकाल देती है। हालांकि यह ऑक्‍सीजन 02 नहीं होती, बल्‍कि स‍िर्फ O होती है। जो शरीर में बनने वाले सेल्‍स की वॉल को डेमेज करने लगती है।

ये है डॉक्टर की सलाह 

भारतीय लोगों की अचार के प्रति दीवानगी को देखते हुए डॉ. जमाल ए. खान सलाह देते हैं कि अगर आप अचार खाना पसंद करते हैं तो उसे लंबे समय के लिए डालकर ना रखें। यहां डॉ. जमाल ने दो तरह के अचार का जिक्र करते हुए कहा,’देखिए मैं यह साफ कर दूं कि अचार दो तरह का होता है। एक अचार ऐसा होता है जो आपने कल डाला और आज का लिया। इस तरह के अचार खाने के लिए बिल्कुल सुरक्षित होते हैं। हालांकि इस तरह के अचार का सेवन भी कभी-कभी करना चाहिए। रोजाना अचार को डाइट का हिस्सा ना बनाएं। लेकिन सालभर पुराना अचार, 2 साल पुराना अचार खाना अवॉइड करें। खाने के लिए हमेशा नया अचार बनाएं। अचार को जिस सीजन में बनाएं उसी सीजन में खा भी लें। ‘

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